Jump to content

"रामचंद्र चिंतामण ढेरे" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक

विकिपीडिया, मुक्‍त ज्ञानकोशातून
Content deleted Content added
(चर्चा | योगदान)
(चर्चा | योगदान)
No edit summary
ओळ १: ओळ १:
'''रामचंद्र चिंतामण ढेरे''' ([[२१ जुलै]]<ref>{{cite web | दिनांक=२५ जुलै, २००३ | दुवा=http://archive.is/20121130155053/http://webcache.googleusercontent.com/search?q=cache:ARtaa594wogJ:www.loksatta.com/old/daily/20030725/ent.htm+&cd=22&hl=en&ct=clnk&gl=in&client=firefox-a | प्रकाशक=[[लोकसत्ता]] | भाषा=मराठी | लेखक=डॉ. अजय दांडेकर | शीर्षक=अविरत शोधयात्री | ॲक्सेसदिनांक=१९ जुलै, २०१२}}</ref>, [[इ.स. १९३०]] - हयात) हे [[मराठा|मराठी]] इतिहास-संशोधक, लेखक आहेत. दैवतशास्त्र, सांस्कृतिक इतिहास या विषयांत त्यांचा विशेष अभ्यास असून त्यांनी या विषयांवर विपुल लेखन केले आहे.
'''रामचंद्र चिंतामण ढेरे''' ([[२१ जुलै]]<ref>{{cite web | दिनांक=२५ जुलै, २००३ | दुवा=http://archive.is/20121130155053/http://webcache.googleusercontent.com/search?q=cache:ARtaa594wogJ:www.loksatta.com/old/daily/20030725/ent.htm+&cd=22&hl=en&ct=clnk&gl=in&client=firefox-a | प्रकाशक=[[लोकसत्ता]] | भाषा=मराठी | लेखक=डॉ. अजय दांडेकर | शीर्षक=अविरत शोधयात्री | अॅक्सेसदिनांक=१९ जुलै, २०१२}}</ref>, [[इ.स. १९३०]] - हयात) हे [[मराठा|मराठी]] इतिहास-संशोधक लेखक आहेत. दैवतशास्त्र, सांस्कृतिक इतिहास या विषयांत त्यांचा विशेष अभ्यास असून त्यांनी या विषयांवर विपुल लेखन केले आहे.


त्यांना डॉ. अरुणा ढेरे आणि वर्षा गजेंद्रगडकर अशा दोन कन्या आहेत.
त्यांना डॉ. अरुणा ढेरे आणि वर्षा गजेंद्रगडकर अशा दोन कन्या आहेत.
ओळ १४: ओळ १४:
| [[श्रीतुळजाभवानी]] || [[धार्मिक]]|| पद्मगंधा प्रकाशन||
| [[श्रीतुळजाभवानी]] || [[धार्मिक]]|| पद्मगंधा प्रकाशन||
|-
|-
| [[त्रिविधा]] || || पद्मगंधा प्रकाशन||
|-
| [[मामदेव, जनी आणि नागरी]] || || पद्मगंधा प्रकाशन||
|-
| [[श्रीनाथलीलामृत]] || [[धार्मिक]]|| केशव भिकाजी ढवळे||
| [[श्रीनाथलीलामृत]] || [[धार्मिक]]|| केशव भिकाजी ढवळे||
|-
|-
| [[श्री पर्वतीच्या छायेत]] || || पद्मगंधा प्रकाशन||
| [[लज्जागौरी (ग्रंथ)]] || || ||
|-
| [[लज्जागौरी (ग्रंथ)]] || ||पद्मगंधा प्रकाशन ||
|-
|-
| लोकसंस्कृतीचे उपासक|| || पद्मगंधा प्रकाशन||
| लोकसंस्कृतीचे उपासक|| || पद्मगंधा प्रकाशन||
|-
|-
| [[श्री विठ्ठलः एक महासमन्वय]] || [[धार्मिक]]|| ||
| [[श्री विठ्ठल : एक महासमन्वय]] || [[धार्मिक]]|| ||
|-
| [[श्री व्यंकटेश्वर]] || || पद्मगंधा प्रकाशन||
|-
|-
| [[संत, लोक आणि अभिजन]] || [[धार्मिक]]|| पद्मगंधा प्रकाशन||
| [[संत, लोक आणि अभिजन]] || [[धार्मिक]]|| पद्मगंधा प्रकाशन||

००:४४, २४ जुलै २०१५ ची आवृत्ती

रामचंद्र चिंतामण ढेरे (२१ जुलै[], इ.स. १९३० - हयात) हे मराठी इतिहास-संशोधक व लेखक आहेत. दैवतशास्त्र, सांस्कृतिक इतिहास या विषयांत त्यांचा विशेष अभ्यास असून त्यांनी या विषयांवर विपुल लेखन केले आहे.

त्यांना डॉ. अरुणा ढेरे आणि वर्षा गजेंद्रगडकर अशा दोन कन्या आहेत.

प्रकाशित साहित्य

नाव साहित्यप्रकार प्रकाशन प्रकाशन वर्ष (इ.स.)
आज्ञापत्र पद्मगंधा प्रकाशन
श्रीतुळजाभवानी धार्मिक पद्मगंधा प्रकाशन
त्रिविधा पद्मगंधा प्रकाशन
मामदेव, जनी आणि नागरी पद्मगंधा प्रकाशन
श्रीनाथलीलामृत धार्मिक केशव भिकाजी ढवळे
श्री पर्वतीच्या छायेत पद्मगंधा प्रकाशन
लज्जागौरी (ग्रंथ) पद्मगंधा प्रकाशन
लोकसंस्कृतीचे उपासक पद्मगंधा प्रकाशन
श्री विठ्ठल : एक महासमन्वय धार्मिक
श्री व्यंकटेश्वर पद्मगंधा प्रकाशन
संत, लोक आणि अभिजन धार्मिक पद्मगंधा प्रकाशन
श्री स्वामी समर्थ धार्मिक, बखर अनमोल प्रकाशन

पुरस्कार

संदर्भ

  1. ^ डॉ. अजय दांडेकर. http://archive.is/20121130155053/http://webcache.googleusercontent.com/search?q=cache:ARtaa594wogJ:www.loksatta.com/old/daily/20030725/ent.htm+&cd=22&hl=en&ct=clnk&gl=in&client=firefox-a. १९ जुलै, २०१२ रोजी पाहिले. |अॅक्सेसदिनांक= मधील दिनांक मूल्ये तपासा (सहाय्य); Missing or empty |title= (सहाय्य)

बाह्य दुवे