"हरिहरन" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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हरिहरन यांना अखिल भारतीय सूर संगीत त्स्पर्धेतून गायन क्षेत्रातील पहिली संधी मिळाली, ती म्हणजे ’गमन’ या चित्रपटातील गीत गाण्याची. |
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==संगीत ध्वनिमुद्रिका (कंसात चित्रपटाचे नाव)== |
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* आय लव्ह माय इंडिया |
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* काश (काश- २०००) |
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* कितनी बातें (लक्ष्य- २००४) |
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* कुछ भी नही था |
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* जिया जिया न जाय |
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* छोड आये हम |
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* झोंका हवा का (हम दिल दे चुके सनम- १९९९) |
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* तुम बिन जाऊँ कहाँ (दिल विल प्यार व्यार- २००२ |
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* तेरे होठों की हँसी (बिच्छू- २०००) |
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* मैं कहीं भी रहूँ (एलओसी कारगिल- २००३) |
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* म्हारे हिवडा में नाचे मोर ((हम साथ साथ हैं- १९९९ |
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* यूँ ही चला चल (स्वदेस- २००४) |
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* येह तो सच है कि भगवान है (हम साथ साथ हैं- १९९९) |
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* शहर दर श्हर |
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* श्री हनुमान चालिसा |
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* श्री हनुमान जी की आरती |
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* संकटमोचन हनुमान अष्टक |
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* हम साथ साथ हैं (हम साथ साथ हैं- १९९९) |
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== पुरस्कार व सन्मान== |
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* कलाकार संस्थेचा ८वा कलाकार पुरस्कार (२०००) |
* कलाकार संस्थेचा ८वा कलाकार पुरस्कार (२०००) |
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* दाक्षिणात्य चित्रपटांसाठीचा फिल्मफेअर पुरस्कार (२०११) |
* दाक्षिणात्य चित्रपटांसाठीचा फिल्मफेअर पुरस्कार (२०११) |
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* पिंपरी-चिंचवडच्या भारतीय मराठी नाट्यपरिषद व कलारंग प्रतिष्ठानतर्फे आशा भोसले पुरस्कार (३०-१-२०१५) |
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१३:२२, २ फेब्रुवारी २०१५ ची आवृत्ती
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हरिहरन | |
---|---|
आयुष्य | |
जन्म | ३ एप्रिल, १९५५ |
जन्म स्थान | त्रिवेंद्रम, भारत |
व्यक्तिगत माहिती | |
धर्म | हिंदू |
नागरिकत्व | भारतीय |
देश | भारत |
भाषा | तमिळ |
पारिवारिक माहिती | |
जोडीदार | ललिता |
संगीत साधना | |
शिक्षण | बी.एस्सी. एल्एल.बी. |
गुरू | अलमेलू |
गायन प्रकार | गायन |
संगीत कारकीर्द | |
पेशा | गायकी |
गौरव | |
पुरस्कार | अनेक |
हरिहरन अय्यर (जन्म : त्रिवेंद्रम, ३ एप्रिल, १९५५; हयात) हे एक हिंदी, मराठी, कन्नड, मल्याळी, तमिळ, तेलुगू, भोजपुरी चित्रपटसृष्टीतील लोकप्रिय पार्श्वगायक आहेत. ते एक उत्तम गझल-गायकही आहेत. हरिहरन यांनी मुंबईत राहून विज्ञान व कायदा या शिक्षण शाखांच्या पदव्या घेतल्या आहेत. अलमेलू हे त्यांचे संगीतातले पहिले गुरू.
पूर्वायुष्य
सांगीतिक कारकीर्द
हरिहरन यांना अखिल भारतीय सूर संगीत त्स्पर्धेतून गायन क्षेत्रातील पहिली संधी मिळाली, ती म्हणजे ’गमन’ या चित्रपटातील गीत गाण्याची.
संगीत ध्वनिमुद्रिका (कंसात चित्रपटाचे नाव)
- आय लव्ह माय इंडिया
- काश (काश- २०००)
- कितनी बातें (लक्ष्य- २००४)
- कुछ भी नही था
- चप्पा चप्पा
- जिया जिया न जाय
- छोड आये हम
- झोंका हवा का (हम दिल दे चुके सनम- १९९९)
- तुम बिन जाऊँ कहाँ (दिल विल प्यार व्यार- २००२
- तेरे होठों की हँसी (बिच्छू- २०००)
- मैं कहीं भी रहूँ (एलओसी कारगिल- २००३)
- म्हारे हिवडा में नाचे मोर ((हम साथ साथ हैं- १९९९
- यूँ ही चला चल (स्वदेस- २००४)
- येह तो सच है कि भगवान है (हम साथ साथ हैं- १९९९)
- शहर दर श्हर
- श्री हनुमान चालिसा
- श्री हनुमान जी की आरती
- संकटमोचन हनुमान अष्टक
- हम साथ साथ हैं (हम साथ साथ हैं- १९९९)
पुरस्कार व सन्मान
- मेरे दुष्मन आणि बॉर्डर या हिंदी चित्रपटांतील पार्श्वगायनासाठी राष्ट्रीय पुरस्कार (१९९८)
- मराठी चित्रपटातील जीव दंगला गुंगला रंगला या गाण्याच्या पार्श्वगायनासाठी राष्ट्रीय पुरस्कार (२००९)
- जोगवा या हिंदी चित्रपटातील पार्श्वगायनासाठी राष्ट्रीय पुरस्कार (२३-१-२०१०)
- अखिल भारतीय मराठी नाट्य परिषदेच्या पिंपरी-चिंचवड शाखेतर्फे दिला जाणारा आशा भोसले पुरस्कार (२९-१-२०१५)
- पद्मश्री (२००४)
- ’पट्टु पादुवान” या गीताच्या गायनासाठी केरळ राज्य सरकराकडून उत्कृष्ट गायक पुरस्कार (२०११)
- चित्रपट संगीतसेवेसाठी स्वरालय कैराली येसुदास पुरस्कार (२००४)
- आसै चित्रपटातील कोंचा नाल या गाण्यासाठीचा तमिळनाडू सरकारचा पुरस्कार (१९९५)
- अनेक चित्रपटांत दिलेल्या पार्श्वसंगीताबद्दलचा तमिळनाडू सरकारचा पुरस्कार (२००४)
- अनार्य चित्रपटातील हिमा सेमल्लोयेल्लो या गीतासाठी नंदी पुरस्कार (१९९९)
- आरो पदन्नू या कथा तुंदरुण्णामधील गीतासाठी आशियानेट पुरस्कार (२०११)
- कलाकार संस्थेचा ८वा कलाकार पुरस्कार (२०००)
- दाक्षिणात्य चित्रपटांसाठीचा फिल्मफेअर पुरस्कार (२०११)
- पिंपरी-चिंचवडच्या भारतीय मराठी नाट्यपरिषद व कलारंग प्रतिष्ठानतर्फे आशा भोसले पुरस्कार (३०-१-२०१५)