"राग तिलंग" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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{{राग|नाव=तिलंग|थाट=खमाज|प्रकार=हिंदुस्तानी|जाती=औडव औडव|वादी स्वर=ग|संवादी स्वर=नी|आरोह=सा ग म प नि सां|अवरोह=सां नि' प म ग सा|पकड=नी सा ग म प नी' प ग म ग सा|गायन समय=रात्रीचा द्वितीय प्रहर|समप्रकृतिक राग=जोग|गायन ऋतू=|उदाहरण=तारिणी नववसनधारिणी </br>नाट्यगीत, नाटक - संगीत पट-वर्धन</br> गायिका -माणिक वर्मा </br>संगीतकार - गोविंदराव टेंबे|स्वर=|इतर वैशिष्ट्ये=(वरील चौकटीत हलंत शब्द </br>(पाय मोडलेला) हा कोमल स्वर</br> दर्शवितो. तसेच, स्वरानंतर असलेले</br> ' हे चिन्ह कोमल स्वर दर्शविते.</br>तार सप्तकातील स्वरांवर</br> टिंबे दिलेली आहेत )}}'''{{PAGENAME}}''' हा भारतीय शास्त्रीय संगीतातील एक राग आहे. |
{{राग|नाव=तिलंग|थाट=खमाज|प्रकार=हिंदुस्तानी|जाती=औडव औडव|वादी स्वर=ग|संवादी स्वर=नी|आरोह=सा ग म प नि सां|अवरोह=सां नि' प म ग सा|पकड=नी सा ग म प नी' प ग म ग सा|गायन समय=रात्रीचा द्वितीय प्रहर|समप्रकृतिक राग=जोग|गायन ऋतू=|उदाहरण=तारिणी नववसनधारिणी </br>नाट्यगीत, नाटक - संगीत पट-वर्धन</br> गायिका -माणिक वर्मा </br>संगीतकार - गोविंदराव टेंबे|स्वर=|इतर वैशिष्ट्ये=(वरील चौकटीत हलंत शब्द </br>(पाय मोडलेला) हा कोमल स्वर</br> दर्शवितो. तसेच, स्वरानंतर असलेले</br> ' हे चिन्ह कोमल स्वर दर्शविते.</br>तार सप्तकातील स्वरांवर</br> टिंबे दिलेली आहेत )}}'''{{PAGENAME}}''' हा भारतीय शास्त्रीय संगीतातील एक राग आहे. |
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ह्या रागात आरोहात |
ह्या रागात आरोहात शु्द्ध नि तर अवरोहात कोमल नि असा दोन्ही नि चा उपयोग केला जातो. |
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कैसे कहे हम (चित्रपट शर्मिली , गायक - किशोर कुमार , संगीत - एस डी बर्मन ){{हिंदुस्तानी संगीत}} |
कैसे कहे हम (चित्रपट शर्मिली , गायक - किशोर कुमार , संगीत - एस डी बर्मन ){{हिंदुस्तानी संगीत}} |
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छोटासा बलमा आखियाँ नींद उडाये ले गयो (चित्रपट - रागिणी) (गायिका आशा भोसले, संगीत दिग्दर्शक ओ.पी नय्यर) |
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गोरी गोरी गाँव की गोरी ये (चित्रपट - यह गुलिस्ताँ हमारा) |
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जैसे कहे हम (चित्रपट - शर्मीली) |
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इतना तो याद हैं मुझे (चित्रपट - मेहबूब की मेहंदी) |
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लगन तोसे लगी बलमा (देख कबीरा रोया) |
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मेरी कहानी भूलनेवाले तेरा जहाँ आबाद रहें (जुना दीदार) |
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मैं अपने आपसे घबरा गया हूँ, मुझे ज़िंदगी दीवाना बना दें (बिन्दिया), वगैरे वगैरे. |
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[[वर्ग:राग|तिलंग]] |
[[वर्ग:राग|तिलंग]] |
२१:४७, १ एप्रिल २०१९ ची आवृत्ती
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थाट | खमाज | |||
प्रकार | हिंदुस्तानी | |||
जाती | औडव औडव | |||
स्वर | ||||
आरोह | सा ग म प नि सां | |||
अवरोह | सां नि' प म ग सा | |||
वादी स्वर | ग | |||
संवादी स्वर | नी | |||
पकड | नी सा ग म प नी' प ग म ग सा | |||
गायन समय | रात्रीचा द्वितीय प्रहर | |||
गायन ऋतू | ||||
समप्रकृतिक राग | जोग | |||
उदाहरण | तारिणी नववसनधारिणी नाट्यगीत, नाटक - संगीत पट-वर्धन गायिका -माणिक वर्मा संगीतकार - गोविंदराव टेंबे | |||
इतर वैशिष्ट्ये | (वरील चौकटीत हलंत शब्द (पाय मोडलेला) हा कोमल स्वर दर्शवितो. तसेच, स्वरानंतर असलेले ' हे चिन्ह कोमल स्वर दर्शविते. तार सप्तकातील स्वरांवर टिंबे दिलेली आहेत ) |
राग तिलंग हा भारतीय शास्त्रीय संगीतातील एक राग आहे.
ह्या रागात आरोहात शु्द्ध नि तर अवरोहात कोमल नि असा दोन्ही नि चा उपयोग केला जातो.
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तिलंग रागातील काही गीते
हीच ती रामाची स्वामिनी ( गीत रामायण , कवि - ग दि माडगूळकर , संगीत -सुधीर फडके)
कैसे कहे हम (चित्रपट शर्मिली , गायक - किशोर कुमार , संगीत - एस डी बर्मन )
छोटासा बलमा आखियाँ नींद उडाये ले गयो (चित्रपट - रागिणी) (गायिका आशा भोसले, संगीत दिग्दर्शक ओ.पी नय्यर)
गोरी गोरी गाँव की गोरी ये (चित्रपट - यह गुलिस्ताँ हमारा)
जैसे कहे हम (चित्रपट - शर्मीली)
इतना तो याद हैं मुझे (चित्रपट - मेहबूब की मेहंदी)
लगन तोसे लगी बलमा (देख कबीरा रोया)
मेरी कहानी भूलनेवाले तेरा जहाँ आबाद रहें (जुना दीदार)
मैं अपने आपसे घबरा गया हूँ, मुझे ज़िंदगी दीवाना बना दें (बिन्दिया), वगैरे वगैरे.