भारतीय क्रिकेट संघाचा इंग्लंड दौरा, १९८६
Appearance
भारतीय महिला क्रिकेट संघाचा इंग्लंड दौरा, १९८६ याच्याशी गल्लत करू नका.
भारतीय क्रिकेट संघाचा इंग्लंड दौरा, १९८६ | |||||
इंग्लंड | भारत | ||||
तारीख | २४ मे – ८ जुलै १९८६ | ||||
संघनायक | डेव्हिड गोवर (ए.दि., १ली कसोटी) माईक गॅटिंग (२री,३री कसोटी) |
कपिल देव | |||
कसोटी मालिका | |||||
निकाल | भारत संघाने ३-सामन्यांची मालिका २–० जिंकली | ||||
सर्वाधिक धावा | माईक गॅटिंग (२९३) | दिलीप वेंगसरकर (३६०) | |||
सर्वाधिक बळी | डेरेक प्रिंगल (१३) | चेतन शर्मा (१६) | |||
मालिकावीर | माईक गॅटिंग (इंग्लंड) आणि दिलीप वेंगसरकर (भारत) | ||||
एकदिवसीय मालिका | |||||
निकाल | २-सामन्यांची मालिका बरोबरीत १–१ | ||||
सर्वाधिक धावा | डेव्हिड गोवर (८१) | मोहम्मद अझहरुद्दीन (९०) | |||
सर्वाधिक बळी | ग्रॅहाम डिली (२) | रॉजर बिन्नी (४) | |||
मालिकावीर | डेव्हिड गोवर (इंग्लंड) आणि रवि शास्त्री (भारत) |
भारतीय क्रिकेट संघाने मे-जुलै १९८६ दरम्यान तीन कसोटी सामने आणि दोन आंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय सामने खेळण्यासाठी इंग्लंडचा दौरा केला. कसोटी मालिका भारताने २-० ने जिंकली. भारताने १९७१ नंतर प्रथमच इंग्लंडमध्ये कसोटी मालिका जिंकली. तर एकदिवसीय मालिका १-१ अशी बरोबरीत सुटली.
आंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मालिका
[संपादन]१ला सामना
[संपादन]२रा सामना
[संपादन]कसोटी मालिका
[संपादन]१ली कसोटी
[संपादन]२री कसोटी
[संपादन]१९-२३ जून १९८६
धावफलक |
वि
|
||
- नाणेफेक: भारत, फलंदाजी.
- ब्रुस फ्रेंच (इं) आणि चंद्रकांत पंडित (भा) या दोघांनी कसोटी पदार्पण केले.
३री कसोटी
[संपादन]३-८ जुलै १९८६
धावफलक |
वि
|
||
- नाणेफेक: इंग्लंड, फलंदाजी.
- मार्क बेन्सन आणि नील रॅडफोर्ड (इं) या दोघांनी कसोटी पदार्पण केले.
भारतीय क्रिकेट संघाचे इंग्लंड दौरे | |
---|---|
१९११ | १९३२ | १९३६ | १९४६ | १९५२ | १९५९ | १९६७ | १९७१ | १९७४ | १९७९ | १९८२ | १९८६ | १९९० | १९९६ | २००२ | २००४ | २००७ | २०११ | २०१४ | २०१८ | २०२१ |