केरळचे मुख्यमंत्री
Appearance
केरळचे मुख्यमंत्री
കർണാടക സംസ്ഥാന മുഖ്യമന്ത്രി Chief Minister of The State of Kerala | |
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केरळची राजमुद्रा | |
भारतीय ध्वजचिन्ह | |
शैली | राज्यसरकार प्रमुख |
सदस्यता | केरळ विधानसभा |
वरिष्ठ अधिकारी | केरळचे राज्यपाल |
निवास | 'क्लिफ', तिरुवनंतपुरम |
मुख्यालय | मुख्यमंत्री सचिवालय, विधानभवन, तिरुवनंतपुरम |
नियुक्ती कर्ता | केरळचे राज्यपाल |
कालावधी | ५ वर्ष |
निर्मिती | ५ एप्रिल १९५७ |
पहिले पदधारक | ईएमएस नंबुद्रीपाद |
उपाधिकारी | केरळचे उपमुख्यमंत्री |
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केरळचे मुख्यमंत्री हे भारताच्या केरळ राज्याचे मुख्य कार्यकारी अधिकारी आहेत. केरळ विधानसभेच्या निवडणुकांनंतर, राज्याचे राज्यपाल बहुसंख्य जागा असलेल्या पक्षाला (किंवा युतीला) मुख्यमंत्री बनवण्यासाठी आमंत्रित करतात, ज्यांची मंत्री परिषद एकत्रितपणे विधानसभेला जबाबदार असते. त्यांना विधानसभेचा विश्वास आहे हे पाहता मुख्यमंत्रिपदाचा कार्यकाळ हा पाच वर्षांचा असतो आणि त्याला मुदतीची मर्यादा नसते. [१]
एतिहासीक प्रमुख
[संपादन]त्रावणकोरचे पंतप्रधान (१९४८-४९)
[संपादन]क्र.[a] | चित्र | नाव | कार्यालयाची मुदत | विधानसभा | (मोनार्क) द्वारे नियुक्त | पक्ष | |||
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१ | पट्टम ए. थानू पिल्लई | २४ मार्च १९४८ | १७ ऑक्टोबर १९४८ | ० वर्षे, २१० दिवस | प्रतिनिधी मंडळ (१९४८-४९) | चित्रा थिरुनल बलराम वर्मा | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | ||
२ | परावूर टी.के. नारायण पिल्लई | २२ ऑक्टोबर १९४८ | १ जुलै १९४९ | ० वर्षे, २५३ दिवस |
कोचीनचे पंतप्रधान (१९४७-१९४९)
[संपादन]क्र.[a] | चित्र | नाव | कार्यालयाची मुदत | विधानसभा | नियुक्त केले (सम्राट) | पक्ष | |||
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१ | पनमपिल्ली गोविंद मेनन | १४ ऑगस्ट १९४७ | २२ ऑक्टोबर १९४७ | ० वर्षे, ५१ दिवस | ६ वी परिषद (१९४५-४८) |
ऐक्य केरलं थंपुरण | अपक्ष | ||
२ | टी.के. नायर | २७ ऑक्टोबर १९४७ | २० सप्टेंबर १९४८ | ० वर्षे, ३३४ दिवस | |||||
३ | इ. इक्कांडा वॉरियर | २० सप्टेंबर १९४८ | ३० जून १९४९ | ० वर्षे, २८३ दिवस | विधानसभा (१९४८-४९) |
त्रावणकोर-कोचीनचे मुख्यमंत्री (१९४९-१९५६)
[संपादन]१९४७ मध्ये भारताच्या स्वातंत्र्यानंतर, १ जुलै १९४९ रोजी त्रावणकोर आणि कोचीनचे विलीनीकरण करून त्रावणकोर-कोचीनच्या नव्या राज्यची स्थापना झाली.
क्र.[a] | चित्र | नाव | कार्यालयाची मुदत | विधानसभा | नियुक्त केले ( राजप्रमुख ) | पक्ष[b] | |||
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१ | परावूर टी.के. नारायण पिल्लई | १ जुलै १९४९ | १ मार्च १९५१ | १ वर्ष, २४३ दिवस | १ली | चित्रा थिरुनल बलराम वर्मा | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | ||
२ | सी. केसवन | ३ मार्च १९५१ | १२ मार्च १९५२ | १ वर्ष, ११ दिवस | |||||
३ | ए.जे. जॉन | १२ मार्च १९५२ | १६ मार्च १९५४ | २ वर्षे, ४ दिवस | २री (१९५१ निवडणूक) | ||||
४ | पट्टम ए. थानू पिल्लई | १६ मार्च १९५४ | १० फेब्रुवारी १९५५ | ० वर्षे, ३३१ दिवस | ३ री (१९५४ निवडणूक) |
प्रजा सोशलिस्ट पार्टी | |||
५ | पनमपिल्ली गोविंद मेनन | १० फेब्रुवारी १९५५ | २३ मार्च १९५६ | १ वर्ष, ४२ दिवस | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | ||||
- | रिक्त[c] (राष्ट्रपती राजवट) |
२३ मार्च १९५६ | ३१ ऑक्टोबर १९५६ | ० वर्षे, २२२ दिवस | विसर्जित | - | - |
केरळच्या मुख्यमंत्र्यांची यादी
[संपादन]भारत सरकारच्या १ नोव्हेंबर १९५६ च्या राज्य पुनर्रचना कायद्याने सध्याच्या केरळ राज्याचे निर्माण केले. त्या नव्या विधानसभेसाठी १९५७ मध्ये निवडणुका झाल्या.
क्र.[a] | चित्र | नाव | मतदारसंघ | कार्यकळ | विधानसभा (मतदान) |
पक्ष [b] | |||
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– | रिक्त[c] (राष्ट्रपती राजवट) |
- | १ नोव्हेंबर १९५६ | ५ एप्रिल १९५७ | ० वर्षे, १५५ दिवस | विसर्जित | - | ||
१ | ईएमएस नंबुद्रीपाद | निलेश्वरम विधानसभा मतदारसंघ | ५ एप्रिल १९५७ | ३१ जुलाई १९५९ | २ वर्षे, ११७ दिवस | १ ली (१९५७ निवडणूक) |
भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष | ||
– | रिकत[c] (राष्ट्रपती राजवट) |
- | ३१ जुलाई १९५९ | २२ फेब्रुवारी १९६० | ० वर्षे, २०६ दिवस | विसर्जित | - | ||
२ | पट्टम ए. थानू पिल्लई | त्रिवेंद्रम २ विधानसभा मतदारसंघ | २२ फेब्रुवारी १९६० | २६ सप्टेंबर १९६२ | २ वर्षे, २१६ दिवस | 2nd (1960 निवडणूक) |
प्रजा सोशलिस्ट पार्टी | ||
३ | आर. शंकर | कॅन्नोर १ विधानसभा मतदारसंघ | २६ सप्टेंबर १९६२ | १० सप्टेंबर १९६४ | १ वर्ष, ३५० दिवस | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | |||
– | रिक्त[c] (राष्ट्रपती राजवट) |
- | १० सप्टेंबर १९६४ | २५ मार्च १९६५ | २ वर्षे, १७७ दिवस | विसर्जित | - | ||
२५ मार्च १९६५ | ६ मार्च १९६७ | विसर्जित (१९६५ निवडणूक)[d] | |||||||
(१) | ईएमएस नंबुद्रीपाद | पट्टांबी विधानसभा मतदारसंघ | ६ मार्च १९६७ | १ नोव्हेंबर १९६९ | २ वर्षे, २४० दिवस | 3rd (१९६७ निवडणूक) |
भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष (मार्क्सवादी) | ||
४ | सी. अच्युत मेनन | कोट्टरक्करा विधानसभा मतदारसंघ | १ नोव्हेंबर १९६९ | ३ ऑगस्ट १९७० | ० वर्षे, २७५ दिवस | भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष | |||
– | रिक्त[c] (राष्ट्रपती राजवट) |
- | ४ ऑगस्ट १९७० | ३ ऑक्टोबर १९७० | ० वर्षे, ६० दिवस | विसर्जित | - | ||
(४) | सी. अच्युत मेनन | कोडकरा विधानसभा मतदारसंघ | ४ ऑक्टोबर १९७० | २५ मार्च १९७७ | ६ वर्षे, १७२ दिवस | ४ थी (१९७० निवडणूक) |
भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष | ||
५ | के. करुणाकरन | माला विधानसभा मतदारसंघ | २५ मार्च १९७७ | २७ एप्रिल १९७७ | ० वर्षे, ३३ दिवस | 5th (१९७७ निवडणूक) |
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | ||
६ | ए.के. अँटनी | Kazhakkuttom | २७ एप्रिल १९७७ | २९ ऑक्टोबर १९७८ | १ वर्ष, १८५ दिवस | ||||
७ | पी.के. वासुदेवन नायर | अलप्पुळा विधानसभा मतदारसंघ | २९ ऑक्टोबर १९७८ | १२ ऑक्टोबर १९७९ | ० वर्षे, ३४८ दिवस | भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष | |||
८ | सी.एच. मोहम्मद कोया | मलप्पुरम विधानसभा मतदारसंघ | १२ ऑक्टोबर १९७९ | ४ डिसेंबर १९७९ | ० वर्षे, ५३ दिवस | इंडियन युनियन मुस्लिम लीग | |||
– | रिक्त[c] (राष्ट्रपती राजवट) |
- | ५ डिसेंबर १९७९ | २५ जानेवारी १९८० | ० वर्षे, ५१ दिवस | विसर्जित | - | ||
९ | एरांबला कृष्णन नयनार | मलमपुळा विधानसभा मतदारसंघ | २५ जानेवारी १९८० | २० ऑक्टोबर १९८१ | १ वर्ष, २६८ दिवस | 6th (१९८० निवडणूक) |
भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष (मार्क्सवादी) | ||
– | रिक्त[c] (राष्ट्रपती राजवट) |
- | २१ ऑक्टोबर १९८१ | २८ डिसेंबर १९८१ | ० वर्षे, ६८ दिवस | - | |||
(५) | के. करुणाकरन | माला विधानसभा मतदारसंघ | २८ डिसेंबर १९८१ | १७ मार्च १९८२ | ० वर्षे, ७९ दिवस | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | |||
– | रिक्त[c] (राष्ट्रपती राजवट) |
- | १७ मार्च १९८२ | २३ मे १९८२ | ० वर्षे, ६७ दिवस | विसर्जित | - | ||
(५) | के. करुणाकरन | माला विधानसभा मतदारसंघ | २४ मे १९८२ | २६ मार्च १९८७ | ४ वर्षे, ३०६ दिवस | ७ वी (१९८२ निवडणूक) |
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | ||
(९) | एरांबला कृष्णन नयनार | त्रिकारीपूर विधानसभा मतदारसंघ | २६ मार्च १९८७ | २४ जून १९९१ | ४ वर्षे, ९० दिवस | ८ वी (१९८७ निवडणूक) |
भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष (मार्क्सवादी) | ||
(५) | के. करुणाकरन | माला विधानसभा मतदारसंघ | २४ जून १९९१ | २२ मार्च १९९५ | ३ वर्षे, २७१ दिवस | ९ वी (१९९१ निवडणूक) |
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | ||
(६) | ए.के. अँटनी | थिरुरंगडी विधानसभा मतदारसंघ | २२ मार्च १९९५ | २० मे १९९६ | १ वर्ष, ५९ दिवस | ||||
(९) | एरांबला कृष्णन नयनार | थॅलसेरी विधानसभा मतदारसंघ | २० मे १९९६ | १७ मे २००१ | ४ वर्षे, ३६२ दिवस | १० वी (१९९६ निवडणूक) |
भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष (मार्क्सवादी) | ||
(६) | ए.के. अँटनी | चेर्थला विधानसभा मतदारसंघ | १७ मे २००१ | ३१ ऑगस्ट २००४ | ३ वर्षे, १०६ दिवस | ११वी (२००१ निवडणूक) |
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | ||
१० | उम्मन चंडी | पुथुपल्ली विधानसभा मतदारसंघ | ३१ ऑगस्ट २००४ | १८ मे २००६ | १ वर्ष, २६० दिवस | ||||
११ | व्ही.एस. अच्युतानंदन | मलमपुळा विधानसभा मतदारसंघ | १८ मे २००६ | १८ मे २०११ | ५ वर्षे, ० दिवस | १२ वी (२००६ निवडणूक) |
भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष (मार्क्सवादी) | ||
(१०) | उम्मन चंडी | पुथुपल्ली विधानसभा मतदारसंघ | १८ मे २०११ | २५ मे २०१६ | ५ वर्षे, ७ दिवस | १३वी (२०११ निवडणूक) |
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस | ||
१२ | पिनाराई विजयन | धर्मादम विधानसभा मतदारसंघ | २५ मे २०१६ | १९ मे २०२१ | ८ वर्षे, २०७ दिवस | १४ वी (२०१६ निवडणूक) |
भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष (मार्क्सवादी) | ||
२० मे २०२१ | पदस्थ | १५वी (२०२१ निवडणूक) |
तळटीप
[संपादन]- ^ a b c d कंसातील क्रमांक सूचित करतो की पदावर असलेल्या व्यक्तीने यापूर्वी पद भूषवले आहे.
- ^ a b या स्तंभात फक्त मुख्यमंत्र्यांच्या पक्षाची नावे आहेत. ते ज्या राज्य सरकारचे नेतृत्व करतात ते अनेक पक्ष आणि अपक्षांची जटिल युती असू शकते; जे येथे सूचीबद्ध नाही.
- ^ a b c d e f g h राष्ट्रपती राजवट लादली जाऊ शकते जेव्हा एखाद्या राज्यातील सरकार राज्यघटनेनुसार कार्य करू शकत नाही, जी बहुतेक वेळा घडते कारण विधानसभेत कोणत्याही पक्षाला किंवा युतीला बहुमत नसते. जेव्हा एखाद्या राज्यात राष्ट्रपती राजवट लागू होते, तेव्हा तिची मंत्रिमंडळ विसर्जित होते. अशा प्रकारे मुख्यमंत्र्यांचे पद रिक्त होते, आणि प्रशासन राज्यपालांच्या ताब्यात असते, जे केंद्र सरकारच्या वतीने काम करतात.[२]
- ^ १९६५ च्या निवडणूकीत कोणत्याही पक्षाच्या किंवा युतीच्या बाजूने स्पष्ट जनादेश नसल्याने, कोणतीही विधानसभा स्थापन झाली नाही आणि राष्ट्रपती राजवट पुन्हा लागू करण्यात आली.
संदर्भ
[संपादन]- ^ Durga Das Basu. Introduction to the Constitution of India. 1960. 20th Edition, 2011 Reprint. pp. 241, 245. LexisNexis Butterworths Wadhwa Nagpur. आयएसबीएन 978-81-8038-559-9.
- ^ Amberish K. Diwanji. "A dummy's guide to President's rule". Rediff.com. 15 March 2005.
पुढील वाचन
[संपादन]
- Chief Ministers, Ministers, and Leaders of Opposition of Kerala (PDF), Thiruvananthapuram: Secratriat of Kerala Legislature, 2018
- Chandran, VP (2018). Mathrubhumi Yearbook Plus – 2019 (Malayalam ed.). Kozhikode: P. V. Chandran, Managing Editor, Mathrubhumi Printing & Publishing Company Limited, Kozhikode.
- Menon, A. Sreedhara (2007). A Survey of Kerala History. DC Books. ISBN 9788126415786.