पश्चिम बंगालचे मुख्यमंत्री
Appearance
पश्चिम बंगालचे मुख्यमंत्री
পশ্চিমবঙ্গ রাজ্যের মুখ্যমন্ত্রী Chief Minister of The State of West Bengal | |
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भारतीय ध्वजचिन्ह | |
शैली | राज्यसरकार प्रमुख |
वरिष्ठ अधिकारी | पश्चिम बंगालचे राज्यपाल |
नियुक्ती कर्ता | पश्चिम बंगालचे राज्यपाल |
कालावधी | ५ वर्ष |
पश्चिम बंगालचा मुख्यमंत्री हा भारताच्या पश्चिम बंगाल राज्याचा सरकारप्रमुख आहे. भारतीय संविधानानुसार राज्यप्रमुख जरी राज्यपाल असला तरी राज्याची सर्व सुत्रे व निर्णयक्षमता मुख्यमंत्र्याच्या व त्याच्या मंत्रीमंडळाच्या हातात असते. पश्चिम बंगाल विधानसभा निवडणुकीमध्ये सर्वाधिक जागा मिळवणाऱ्या राजकीय पक्षाला राज्यपाल सरकारस्थापनेसाठी आमंत्रित करतो. त्या पक्षाच्या विधिमंडळ समितीद्वारे मुख्यमंत्र्याची निवड केली जाते. बहुमत सिद्ध करून मुख्यमंत्री आपल्या पदावर पाच वर्षे राहू शकतो.
१९४६ सालापासून आजवर केवळ ८ व्यक्ती पश्चिम बंगालच्या मुख्यमंत्रीपदावर राहिल्या आहेत. १९७७ ते २००० ह्या २३ वर्षांच्या कालावधीमध्ये मुख्यमंत्री राहिलेले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पक्षाचे ज्योती बसू हे आजवरचे भारतामधील सर्वाधिक काळ मुख्यमंत्रीपदावर असलेले नेते आहेत.
यादी
[संपादन]क्रम | नाव | पदग्रहण[१][२] | पद सोडले | कार्यकाळ | पक्ष[३] (आघाडी) |
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1 | प्रफुल्लचंद्र घोष | 15 ऑगस्ट 1947 | 22 जानेवारी 1948 | 160 दिवस | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस |
2 | बिधन चंद्र रॉय | 23 जानेवारी 1948 | 1 जुलै 1962 | १४ वर्षे, १५९ दिवस | |
3 | प्रफुल्लचंद्र सेन[a] | 1 जुलै 1962 | 28 फेब्रुवारी 1967 | ४ वर्षे, २४२ दिवस | |
4 | अजय मुखर्जी | 1 मार्च | 21 नोव्हेंबर 1967 | 265 दिवस | बांगला काँग्रेस (संयुक्त आघाडी) |
(1) | प्रफुल्लचंद्र घोष | 21 नोव्हेंबर 1967 | 19 फेब्रुवारी 1968 | 90 दिवस | अपक्ष |
– | पद रिकामे[b] (राष्ट्रपती राजवट) |
20 फेब्रुवारी 1968 | 25 फेब्रुवारी 1969 | १ वर्ष, ५ दिवस | — |
(4) | अजय मुखर्जी | 25 फेब्रुवारी 1969 | 30 जुलै 1970 | १ वर्ष, १५५ दिवस | बांगला काँग्रेस (संयुक्त आघाडी) |
– | पद रिकामे[b] (राष्ट्रपती राजवट) |
30 जुलै 1970 | 2 मार्च 1971 | 215 दिवस | — |
(1) | प्रफुल्लचंद्र घोष | 2 एप्रिल | 25 जून 1971 | 84 दिवस (एकूण: 2 वर्षे, 139 दिवस) |
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस |
– | पद रिकामे[b] (राष्ट्रपती राजवट) |
25 जून 1971 | 19 मार्च 1972 | 268 दिवस | — |
5 | सिद्धार्थ शंकर रे | 20 मार्च 1972 | 30 एप्रिल 1977 | ५ वर्षे, ४१ दिवस | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस |
– | पद रिकामे[b] (राष्ट्रपती राजवट) |
30 एप्रिल 1977 | 20 जून 1977 | 51 दिवस | — |
6 | ज्योती बसू | 21 जून 1977 | 23 मे 1982 | २३ वर्षे, १३७ दिवस | भारतीय कम्युनिस्ट पक्ष (मार्क्सवादी) (डावी आघाडी) |
24 मे 1982 | 29 मार्च 1987 | ||||
30 मार्च 1987 | 18 जून 1991 | ||||
19 जून 1991 | 15 मे 1996 | ||||
16 मे 1996 | 5 नोव्हेंबर 2000 | ||||
7 | बुद्धदेव भट्टाचार्य | 6 नोव्हेंबर 2000 | 14 मे 2001 | १० वर्षे, १८८ दिवस | |
15 मे 2001 | 17 मे 2006 | ||||
18 मे 2006 | 13 मे 2011 | ||||
8 | ममता बॅनर्जी | 20 मे 2011 | विद्यमान | १३ वर्षे, २११ दिवस | अखिल भारतीय तृणमूल काँग्रेस |
टीपा
[संपादन]- ^ १ ते ८ जुलै १९६२ दरम्यान सेन बंगालचे कार्यवाहू मुख्यमंत्री होते. त्यांनी ९ जुलै १९६२ रोजी पदाची शपथ घेतली.
- ^ a b c d राज्यामध्ये राष्ट्रपती राजवट लागू असताना राज्यमंत्रीमंडळ बरखास्त केले जाते. म्हणून मुख्यमंत्र्याचे पद रिकामे राहते. राज्याचे कामकाज केंद्र सरकारच्या सल्ल्याने राज्यपालाद्वारे सांभाळले जाते. काही वेळा विधानसभा देखील बरखास्त केली जाऊ शकते.[४]
संदर्भ
[संपादन]- ^ List of Chief Ministers of West Bengal (pdf). पश्चिम बंगाल सरकार. 12 जून 2014 रोजी पाहिले.
- ^ Premiers/Chief Ministers of West Bengal. West Bengal Legislative Assembly. 12 जून 2014 रोजी पाहिले.
- ^ Origin and Growth of the West Bengal Legislature. पश्चिम बंगाल विधानसभा. 12 जून 2014 रोजी पाहिले.
- ^ अंबरीष दिवाणजी. "राष्ट्रपती राजवटीवरील माहिती". Rediff.com. 15 मार्च 2005.