भारतीय क्रिकेट संघाचा न्यू झीलंड दौरा, १९८०-८१
Appearance
भारतीय क्रिकेट संघाचा न्यू झीलंड दौरा, १९८०-८१ | |||||
न्यू झीलंड | भारत | ||||
तारीख | १४ फेब्रुवारी – १८ मार्च १९८१ | ||||
संघनायक | जॉफ हॉवर्थ | सुनील गावसकर (१ला ए.दि., कसोटी) गुंडप्पा विश्वनाथ (२रा ए.दि.) | |||
कसोटी मालिका | |||||
निकाल | न्यू झीलंड संघाने ३-सामन्यांची मालिका १–० जिंकली | ||||
सर्वाधिक धावा | जॉन फुल्टन रीड (२५०) | संदीप पाटील (१८६) | |||
सर्वाधिक बळी | लान्स केर्न्स (१३) | रवि शास्त्री (१५) | |||
मालिकावीर | जॉन फुल्टन रीड (न्यू झीलंड) | ||||
एकदिवसीय मालिका | |||||
निकाल | न्यू झीलंड संघाने २-सामन्यांची मालिका २–० जिंकली | ||||
सर्वाधिक धावा | ब्रुस एडगर (१००) | कपिल देव (५१) | |||
सर्वाधिक बळी | गॅरी ट्रूप (४) | करसन घावरी (५) |
भारत क्रिकेट संघाने फेब्रुवारी-मार्च १९८१ दरम्यान तीन कसोटी सामने आणि दोन आंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय सामने खेळण्यासाठी न्यू झीलंडचा दौरा केला. न्यू झीलंडने कसोटी आणि एकदिवसीय मालिका अनुक्रमे १-० आणि २-० अशी जिंकली. दौरा संपल्यानंतर परतीच्या प्रवासात भारतीय संघाने फिजीसोबत दोन-दिवसीय सामना खेळला ज्यात भारताने फिजीचा २२० धावांनी पराभव केला.
आंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मालिका
[संपादन]१ला सामना
[संपादन]२रा सामना
[संपादन] १५ फेब्रुवारी १९८१
धावफलक |
वि
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- नाणेफेक : भारत, क्षेत्ररक्षण.
- गॅरी रॉबर्टसन (न्यू) याने आंतरराष्टीय एकदिवसीय पदार्पण केले.
कसोटी मालिका
[संपादन]१ली कसोटी
[संपादन]२१-२५ फेब्रुवारी १९८१
धावफलक |
वि
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- नाणेफेक: भारत, क्षेत्ररक्षण.
- मार्टिन स्नेडन (न्यू), कीर्ती आझाद, रवि शास्त्री आणि योगराजसिंह (भा) या सर्वांनी कसोटी पदार्पण केले.
२री कसोटी
[संपादन]३री कसोटी
[संपादन]
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