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* [[मास्टर]] दीनानाथ सभागृह (गोव्याच्या कला अकादमीतले एक सभागृह) |
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* दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल, पुणे |
* दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल, पुणे |
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==दीनानाथांवरील पुस्तके== |
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* दिना दिसे मज दिन रजनी (लेखक - डॉ. प्रभाकर जठार) |
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* मा. दीनानाथ स्मृति-दर्शन (संपादिका - लता मंगेशकर) |
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==दीनानाथ मंगेशकर [[पुरस्कार]]== |
==दीनानाथ मंगेशकर [[पुरस्कार]]== |
१४:१७, २ जुलै २०१६ ची आवृत्ती
दीनानाथ मंगेशकर | |
---|---|
दीनानाथ मंगेशकर | |
आयुष्य | |
जन्म | डिसेंबर २९, इ.स. १९०० |
जन्म स्थान | गोवा, पोर्तुगीज भारत |
मृत्यू | एप्रिल २४, इ.स. १९४२ |
मृत्यू स्थान | ससून रुग्णालय, पुणे, मुंबई प्रांत, ब्रिटिश भारत |
पारिवारिक माहिती | |
आई | येसूबाई राणे |
वडील | गणेश भट अभिषेकी |
जोडीदार | माई मंगेशकर (पूर्वाश्रमीचे नाव: शेवंती लाड) |
अपत्ये | लता मंगेशकर, मीना मंगेशकर, आशा भोसले, उषा मंगेशकर, हृदयनाथ मंगेशकर |
संगीत साधना | |
गुरू | बाबा माशेलकर, रामकृष्णबुवा वझे |
गायन प्रकार | हिंदुस्तानी गायन, नाट्यसंगीत |
संगीत कारकीर्द | |
कार्य | बलवंत संगीत नाटक मंडळीची स्थापना, बलवंत पिक्चर्स |
कार्यक्षेत्र | संगीत, अभिनय |
दीनानाथ मंगेशकर (डिसेंबर २९, इ.स. १९०० - एप्रिल २४, इ.स. १९४२) हे मराठी गायक, नाट्यअभिनेते, संगीतकार होते. या गायक नटाला श्री.कृ. कोल्हटकरांनी मास्टर ही उपाधी बहाल केली, आणि तेव्हापासून ते मास्टर दीनानाथ मंगेशकर झाले.
जन्म आणि संगीताचे शिक्षण
गोमंतकातील मंगेशी येथे त्यांचा जन्म झाला. अद्वितीय गळा, अस्खलित वाणी, तल्लख बुद्धी हे उपजत गुण त्यांच्या अंगी होते. निकोप प्रसन्न चढा सूर, भिंगरीसारखी फिरणारी तान आणि पक्की स्वरस्थाने हीदेखील देवाने दिलेली देणगी होती. बाबा (रघुनाथ मामा) माशेलकर हे दीनानाथांचे पहिले गानगुरू. त्यानंतर रामकृष्णबुवा वझे, गणपतीबुवा भिलवडीकर, भाटेबुवा, निसार हुसेन, कथ्यक नर्तक सुखदेव प्रसाद आदींकडून त्यांनी गाणं मिळवलं. त्या काळात सुमारे पाच हजार दुर्मिळ रागरागिण्यांचा, चिजांचा संग्रह त्यांच्याकडे होता. त्यांचे गायन म्हणजे चमत्कृती आणि माधुर्य यांचा मिलाफ होता.
नाट्यसृष्टीतील कारकीर्द
इ.स. १९१४ मध्ये बालगंधर्वांनी स्वत:ची गंधर्व नाटक मंडळी सुरू केल्यावर किर्लोस्कर नाटक मंडळींत दीनानाथांचा प्रवेश झाला. १९१५ मध्ये ‘ताजेवफा’ या हिंदी नाटकात कमलेची पहिली स्वतंत्र भूमिका त्यांनी केली. तेथे दीनानाथ चार वर्षे होते. १९१८ मध्ये त्यांनी एका ध्येयवादी, नावीन्याची आवड असलेली साहित्यप्रेमी अशा ’बलवंत संगीत मंडळी’ नावाच्या नाटक कंपनीची स्थापना केली.
अभिनय
गडकर्यांनी ‘भावबंधन’ हे नाटक केवळ बलवंत मंडळींसाठीच लिहिले. या नाटकातील लतिका, ‘पुण्यप्रभाव’मधील कालिंदी, ‘उग्रमंगल’मधील पद्मावती, ‘रणदुंदुभी’मधील तेजस्विनी, ‘राजसंन्यास’मधील शिवांगी या भूमिका दीनानाथांनी आपल्या गायनाभिनयाने विशेष गाजविल्या. ‘उग्रमंगल’ नाटकात ‘छोडो छोडो बिहारी’ या ठुमरीवर ते नृत्य करीत. हा ठुमरी नाच हे त्या काळी रंगभूमीवरचे फार मोठे आकर्षण ठरले होते. ‘मानापमान’मध्ये धैर्यधर, ‘ब्रह्मकुमारी’मध्ये तपोधन इ. पुरुष भूमिकाही केल्या. पण ध्येयवादी, आक्रमक, स्वतंत्र बाण्याच्या त्यांच्या स्त्री भूमिका खूप गाजल्या. लोकमान्य टिळकांनी पुरस्कारलेल्या होमरूल चळवळीच्या फंडासाठी दीनानाथांनी ‘पुण्यप्रभाव’चा प्रयोग केला होता. दीनानाथांच्या ’बलवंत संगीत मंडळी’ने महाराष्ट्रभर फिरत राहून नाट्य संगीत गावोगाव पोचविले, आफ्रिकेचा दौरा आखला आणि हिंदी नाटकांची गुजराती रूपे करून बसविली. गोमंतकात या गायक नटाला कोल्हटकरांनी मास्टर हे उपपद लावले.
मास्टर दीनानाथांचा अभिनय असलेली नाटके (कंसात भूमिकेचे नाव)
- उग्रमंगल (पद्मावती)
- एकच प्याला (सिंधू)
- काँटो में फूल ऊर्फ भक्त प्रल्हाद (दुय्यम स्त्री भूमिका)
- गैरसमज (सदानंद)
- चौदावे रत्न (त्राटिका)
- जन्मरहस्य (कांता)
- झुंझारराव (जाधवराव)
- ताज-ए-वफा (कमला)
- देशकंटक (हिंमतराव)
- धरम का चाँद ऊर्फ भक्त ध्रुव (सुरुचि)
- पुण्यप्रभाव (कालिंदी, किंकिणी)
- ब्रह्मकुमारी (गौतम, प्रबोधन)
- भावबंधन (लतिका)
- मानापमान (धैर्यधर)
- मूकनायक (सरोजिनी)
- रणदुंदुभी (तेजस्विनी)
- राजलक्ष्मी (वारुणी)
- राजसंन्यास (पद्मावती, शिवांगी)
- रामराज्यवियोग (राम)
- विद्याहरण (देवयानी)
- वीर विडंबन (उत्तरा)
- वेड्यांचा बाजार (वेणू)
- शाकुंतल (शकुंतला)
- शारदा (शारदा)
- संन्यस्त खड्ग (सुलोचना)
- सुंदोपसुंद (सुविभ्रमा)
- सौभद्र (अर्जुन)
मास्टर दीनानाथांचे संगीत असलेली नाटके (अपूर्ण यादी)
- ब्रह्मकुमारी (लेखक : विश्वनाथ चिंतामण बेडेकर - विश्राम बेडेकर)
- संन्यस्त खड्ग (लेखक : विनायक दामोदर सावरकर)
मास्टर दीनानाथ यांनी गायलेली व ध्वनिमुद्रिका असलेली गीते (कंसात रागाचे-नाटकाचे नाव)
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दीनानाथ मंगेशकरांनी गायिलेल्या चिजा
- अब रुत भर आई (बसंत)
- झूता मुरारे (कानडी रचना)
- तन जहाज मन सागर (जयजयवंती)
- तारी बिछेला बा मनवा (पहाडी)
- नन्नु द्रोवनी किंत ताम समा (कानडी गीत, राग काफी सिंदुरा)
- निकेनिके शोभा (बहादुरी तोडी)
- नैन सो नैल मिला रखुँगी (दरबारी कानडा)
- परलोक साधनवे (कानडी गीत)
- शंकर भंडारी बोले(शंकरा)
- सकल गडा चंदा (जयजयवंती)
- सहेली मन दारूडा (पहाडी)
- सुहास्य तूझे (यमन)
- हो परी मुशता (टप्पा-सिंधुरा)
दीनानाथ मंगेशकर यांची स्मारके
दीनानाथ मंगेशकर यांच्या नावाने अनेक संस्था उभ्या केल्या गेल्या आहेत. तर काही जुन्याच संस्थांना त्यांचे नाव नव्याने देण्यात आले आहे. त्यांचे नाव असलेल्या काही संस्था :
- गोव्यातील कला अकादमीमधले मास्टर दीनानाथ मंगेशकर सभागृह
- दीनानाथ मंगेशकर नाट्यगृह, विलेपार्ल पूर्व, मुंबई;(आसनसंख्या१०१०)
- दीनानाथ नाट्यगृह, सांगली. (हे नाट्यगृह पाडून तेथे नवीन नाट्यगृह बांधण्याचे घाटते आहे--२०१२मधली बातमी)
- मास्टर दीनानाथ सभागृह (गोव्याच्या कला अकादमीतले एक सभागृह)
- दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल, पुणे
दीनानाथांवरील पुस्तके
- दिना दिसे मज दिन रजनी (लेखक - डॉ. प्रभाकर जठार)
- मा. दीनानाथ स्मृति-दर्शन (संपादिका - लता मंगेशकर)
दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार
दीनानाथ मंगेशकर यांची पहिली पुण्यतिथी २४ एप्रिल १९४३ या दिवशी होती. त्यांच्या स्मृतिप्रीत्यर्थ त्यांच्या कन्या लता मंगेशकर दीनानाथ मंगेशकर स्मृती प्रतिष्ठान स्थापन केले आहे. या प्रतिष्ठानातर्फे इ.स. १९८८ सालापासून दरवर्षी २४ एप्रिल या दिवशी, समाजसेवा, नाट्यसेवा, साहित्य, रंगभूमी, चित्रपट, रंगभूमी आणि आदी क्षेत्रांत उल्लेखनीय कामगिरी केलेल्या व्यक्तींस (१) आनंदमयीपुरस्कार, (२) मोहन वाघ पुरस्कार, (३) वाग्विलासिनी पुरस्कार (४)रंगभूमी पुरस्कार आणि (५) दीनानाथ मंगेशकर स्मृती पुरस्कार देण्यात येतात. पुरस्काराचे स्वरूप एक लाख एक हजार एक रुपये रोख (सुरुवातीला ही रक्कम ५० हजार रुपये होती), आणि सन्मानचिन्ह असे आहे.
- आत्तापर्यंत हा पुरस्कार मिळालेल्या व्यक्ती, त्यांचे क्षेत्र, पुरस्काराचे नाव आणि वर्ष
पुरस्कारप्राप्त व्यक्ती, संस्था, कलाकृती | क्षेत्र | पुरस्काराचे नाव | वर्ष |
---|---|---|---|
अनिल कपूर | चित्रपट | विशेष दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०१५ |
अपर्णा अभ्यंकर | ? | आदिशक्ती पुरस्कार | २०१५ |
अमृत प्रॉडक्शन | नाट्यनिर्मिती (त्या तिघांची गोष्ट) | मोहन वाघ पुरस्कार | २०१५ |
आपले घर(संस्था) | समाजकार्य | आनंदमयी पुरस्कार | २००७ |
आमिर खान | चित्रपट | विशेष दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २००८ |
आशा कामत | संमाजसेवा | आनंदमयी पुरस्कार | २०१५ |
उल्हास प्रतिष्ठान(संस्था) | समाजसेवा | आनंदमयी पुरस्कार | २००८ |
ऋषि कपूर | अभिनय | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०१४ |
कुमार बोस | संगीत | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०१२ |
गणपतराव पाटील | शेतीक्षेत्र | विशेष दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०१३ |
उस्ताद गुलाम मुस्तफा | संगीत | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०११ |
कवी ग्रेस | साहित्य | वाग्विलासिनी पुरस्कार | वर्ष? |
कुमार केतकर | पत्रकारिता | दीनानाथ मंगेशकर पत्रकारिता पुरस्कार | २०१५ |
चारुदत्त आफळे | समाजसेवा | आनंदमयीपुरस्कार | २००३ |
जया बच्च्चन | चित्रपटक्षेत्र | आदिशक्ती पुरस्कार | २०१३ |
दिलीप प्रभावळकर | रंगभूमी | विशेष दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०१५ |
धर्मेंद्र | चित्रपट | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०११ |
नीतिन वीरखरे | समाजसेवा | आनंदमयी पुरस्कार | २०११ |
नीला श्रॉफ यांचे वात्सल्य फाउंडेशन | समाजसेवा | आनंदमयी पुरस्कार | २०१३ |
डॉ. प्रसाद देवधर | समाजसेवा | आनंदमयी पुरस्कार | २०१२ |
प्रसाद सावकार | नाट्य आणि संगीत | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०११ |
भालचंद्र नेमाडे | साहित्य | वाग्विलासिनी पुरस्कार | २०१५ |
भालचंद्र पेंढारकर | नाट्य | मोहन वाघ पुरस्कार | २००७ |
भैरप्पा | साहित्य | वाग्विलासिनी पुरस्कार | २०१२ |
म.वा. धोंड | साहित्य | वाग्विलासिनी पुरस्कार | २००५ |
महेश एलकुंचवार | साहित्य | वाग्विलासिनी पुरस्कार | २०११ |
माधुरी दीक्षित नेने | चित्रपट | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०१२ |
मालिनी राजूरकर | संगीत | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २००८ |
रत्नाकर मतकरी | साहित्य | वाग्विलासिनी पुरस्कार | २०१३ |
राम शेवाळकर | साहित्य | वाग्विलासिनी पुरस्कार | १९९९ |
रेखा | चित्रपट | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २००५ |
वंदना गुप्ते | नाट्य आणि चित्रपट | दीनानाथ मंगेशकर विशेष पुरस्कार | २०१३ |
वसंतराव देशपांडे प्रतिष्ठान(संस्था) | संगीत आणि नाट्य | मोहन वाघ पुरस्कार | २०१२ |
विक्रम गोखले | नाट्य आणि चित्रपट | विशेष दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०१२ |
विजया मेहता | नाट्य | मोहन वाघ पुरस्कार | २००५ |
शंभूराजे(नाटक-निर्माते मोहन तोंडवळकर) | नाट्यनिर्मिती | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २००८ |
शम्मी कपूर | चित्रपट | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २००७ |
शरद अभ्यंकर | साहित्य | वाग्विलासिनी पुरस्कार | २००८ |
श्रीराम लागू | नाट्यक्षेत्र | मोहन वाघ पुरस्कार | २००८ |
सरोजिनी वैद्य | साहित्य | वाग्विलासिनी पुरस्कार | २००७ |
पंडित सी.आर. व्यास | संगीत | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | १९९९ |
पं. सुरेश तळवलकर | संगीत | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०१५ |
उस्ताद सुलतान खान | संगीत | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २००७ |
सुधीर मोघे | कवितालेखन | पुरस्काराचे नाव? | २००७ |
सुनील बर्वे | नाट्यसेवा | मोहन वाघ पुरस्कार | २०१३ |
सुरेश वाडकर | संगीत | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २०१३ |
उस्ताद सुलतान खान | संगीत | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २००७ |
सोनपंखी(नाटक) | नाट्यलेखन | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २००७ |
हेमा मालिनी | चित्रपट | दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार | २००७ |
पुरस्कारप्राप्त व्यक्ती | क्षेत्र | पुरस्काराचे नाव | वर्ष |
प्रभा अत्रे | संगीत | दीनानाथ मंगेशकर | २००५ |
पुरस्कारप्राप्त व्यक्ती | क्षेत्र | पुरस्काराचे नाव | वर्ष |
पुरस्कारप्राप्त व्यक्ती | क्षेत्र | पुरस्काराचे नाव | वर्ष |
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