मुंबई मेट्रो
| मुंबई मेट्रो | |||
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| स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत | ||
| वाहतूक प्रकार | जलद परिवहन | ||
| मार्ग |
४ कार्यरत ५ बांधकामाधीन ३ प्रस्तावित | ||
| मार्ग लांबी |
८०.०३ (४९.७३ मैल) कार्यरत कि.मी. १३२.४५ (८२.३० मैल) बांधकामाधीन कि.मी. १३८.९२ (८६.३२ मैल) प्रस्तावित कि.मी. | ||
| एकुण स्थानके |
६८ कार्यरत १२१ बांधकामाधीन | ||
| सेवेस आरंभ | ८ जून २०१४ | ||
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मुंबई मेट्रो ही भारताच्या मुंबई शहरामधील जलद परिवहन रेल्वे प्रणाली आहे. मुंबई महानगरामधील वाढत्या वाहतूक समस्येवर उपाय तसेच सद्य मुंबई उपनगरी रेल्वेवरील ताण कमी करण्याचे मुंबई मेट्रोचे ध्येय आहे. जून २००६ मध्ये भारताचे पंतप्रधान, श्री. मनमोहन सिंह, यांनी या प्रणालीच्या पहिल्या भागाचे भूमिपूजन केले. मेट्रोची वर्सोवा ते घाटकोपर दरम्यान धावणाऱ्या पहिल्या मार्गिकेचे उद्घाटन ८ जून २०१४ रोजी करण्यात आले.
इतिहास
[संपादन]मुंबई भारतची वित्तीय राजधानी असून हे भारताच्या आर्थिक व व्यापारिक केंद्रस्थान समजले जाते. मुंबईतील अंदाजे ८८% व्यक्ती सार्वजनिक परिवहन व्यवस्थेचा वापर करतात. सध्या अस्तित्वात असणारी उपनगरीय रेल व्यवस्था मुंबईकरांच्या दळणवळणासाठी खूप महत्त्वाची आहे. दररोज ६० लाखांहूनही जास्त व्यक्ती या सेवेचा उपयोग करतात. यात बेस्ट बस सेवा, मुंबई उपनगरी रेल्वे समाविष्ट आहेत. आत्तापर्यंत मुंबईतील भौगोलिक आणि आर्थिक बाधांमुळे या सुविधा मागणीनुसार वाढू शकलेल्या नाहीत.
मुंबई उपनगरी रेल्वे एकोणिसाव्या शतकातच सुरू झालेली आहे, पण ती जलद परिवहनासाठी बांधली गेलेली नही. मे २००३ मध्ये मुंबई जलद परिवहन योजनेत मूलभूत बदल केले गेले व त्यात अंधेरी ते घाटकोपर यांमध्ये १० कि.मी. हलक्या रेल्वेमार्गाचा समावेश केला गेला. जानेवारी २००४ मध्ये मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण या संस्थेने आपली विकासयोजना जाहीर केली, ज्यात १४६ कि.मी.चा भुयारी रेल्वेमार्ग शामील होता. या १४६ कि.मी. मधील ३२ कि.मी. भाग भूमिगत असणार होता. जून २००४ मध्ये १३ स्थानके असलेला एक मेट्रो रेल मार्ग बांधण्यास सरकाराने अनुमती दिली. मुंबई मेट्रोचा भूमिपूजन सोहळा जून २१, इ.स. २००६ रोजी झाला. वेसावे-अंधेरी-घाटकोपर या ११ किमी लांबीच्या मेट्रो मार्गाचे बांधकाम जवळजवळ दीड वर्षानंतर, फेब्रुवारी ८ इ.स. २००८ रोजी सुरू झाले.
योजना
[संपादन]मुंबई मुख्य उद्देश म्हणजे मुंबईत साधारण १-२ कि.मी. अंतरावर स्थानक असलेला रेल्वेमार्ग आधारित सार्वजनिक जलद परिवहन उपलब्ध करून देणे व ज्या क्षेत्रांत उपनगरीय रेल्वे नाही, तेथे ही सेवा उपलब्ध करणे व तसेच, त्या क्षेत्रांना एकत्र जोडणे. या योजनेत ३ टप्पे आहेत:
| मार्ग | क्रमांक | टर्मिनल | सुरुवात | लांबी | स्थानके | ||
|---|---|---|---|---|---|---|---|
| निळी मार्गिका | १ | वर्सोवा | घाटकोपर | ८ जून २०१४ | ११.४ किमी (७.०८ मैल) | १२ | |
| पिवळी मार्गिका | २अ | दहिसर (पूर्व) | डहाणूकरवाडी | २ एप्रिल २०२२ | ९.८ किमी (६.१ मैल) | ९[१] | |
| डहाणूकरवाडी | अंधेरी (पश्चिम) | १९ जानेवारी २०२३ | ८.८ किमी (५.५ मैल) | ८ | |||
| ॲक्वा मार्गिका | ३ | आरे जे.व्ही.एल.आर. | वांद्रे कुर्ला संकुल | ७ ऑक्टोबर २०२४ | १२.६९ किमी (७.८९ मैल) | १० | |
| वांद्रे कुर्ला संकुल | आचार्य अत्रे चौक | ९ मे २०२५ | ९.७७ किमी (६.०७ मैल) | ६ | |||
| आचार्य अत्रे चौक | कफ परेड | ८ ऑक्टोबर २०२५ | १०.९९ किमी (६.८३ मैल) | ११ | |||
| लाल मार्गिका | ७ | दहिसर (पूर्व) | आरे | २ एप्रिल २०२२ | १०.७ किमी (६.६ मैल) | १० | |
| आरे | गुंदवली | १९ जानेवारी २०२३ | ५.८ किमी (३.६ मैल) | ४ | |||
तंत्रज्ञान
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गाड्या
[संपादन]या प्रकल्पासाठी गाड्या पुरवण्यासाठी कावासाकी, सिमेन्स, अल्स्टॉम, बम्बार्डियर व सी.एस.आर. नांजिंग या कंपन्यांनी तयारी दाखवली होती. पैकी सी.एस.आर. नांजिंगची निवड करण्यात आली.[२] सुरुवातीला सी.एस.आर. नांजिंगला ४ डब्यांच्या १६ गाड्या पुरवण्याचे कंत्राट देण्यात आलेले आहे. यांची किंमत अंदाजे ६ अब्ज रुपये आहे. मेट्रोमार्गावर धावणाऱ्या या गाड्या वातानुकूलित असतील व त्यांमध्ये ब्लॅक-बॉक्स, सी.सी.टी.व्ही., यात्री-चालक संपर्क प्रणाली, दृक-श्राव्य माहिती प्रणाली, मार्गाचा इलेक्ट्रॉनिक नकाशा, अपंगांसाठीच्या सुविधा, इ. आधुनिक सुविधा असतील. साधारणतः चार डब्यांची असलेली प्रत्येक गाडी १५०० माणसं नेऊ शकेल. या गाड्या तयार करताना दिल्ली व हाँग काँग शहरांतील भुयारी रेल्वे कंपन्यांकडून सल्ला घेण्यात आला आहे.
क्षमता
[संपादन]| चालक डबा | साधारण डबा | ४ डब्यांची गाडी | ६ डब्यांची गाडी | ८ डब्यांची गाडी | |||
| साधारण अवस्था | गर्दीत | साधारण अवस्था | गर्दीत | गर्दीत | गर्दीत | गर्दीत | |
| बसलेले | ४३ | ४३ | ५० | ५० | १८६ | २८६ | ३८६ |
| उभे | १२० | २३९ | १२९ | २५७ | ९९२ | १५०६ | २०२० |
| एकूण | १६३ | २८२ | १७९ | ३०७ | ११७८ | १७९२ | २४०६ |
| २०११ | २०२१ | २०३१ | |
| एका गाडीत असलेले डबे | ४ | ४ | ४ |
| पुढच्या गाडीसाठी लागणारा वेळ (मिनिटांत) | ५ | ४ | ३ |
| PHPDT क्षमता मागणूक | १५५६३ | २३५९० | ३०५४७ |
| PHPDT उपलब्ध क्षमता | १४१३६ | १७६७० | २३५६० |
| २०११ | २०२१ | २०३१ | |
| एका गाडीत असलेले डबे | ४ | ६ | ६ |
| पुढच्या गाडीसाठी लागणारा वेळ (मिनिटांत) | ३.५ | ३.५ | ३ |
| PHPDT क्षमता मागणूक | २६४३२ | ३६२०८ | ४२४०९ |
| PHPDT उपलब्ध क्षमता | २००२६ | ३०४६४ | ३५८४० |
वीज पुरवठा
[संपादन]मेट्रोच्या पहिल्या मार्गाच्या वीज पुरवठ्याची जबाबदारी 'ए.बी.बी. ग्रुप' या संघटनेला देण्यात आली आहे. वीज पुरवठा, वीज वितरण, कर्षण विद्युतीकरण व एस.सी.ए.डी.ए., या सर्व प्रणाल्यांचे आपूर्ती, निर्माण, परीक्षण व कमिशनिंगचे काम हे संघटन करणार आहे.
संकेतन व संचार
[संपादन]सिग्नलिंग प्रणाली सिमेन्सने पुरवली असून, संचार प्रणाली थेल्सने पुरवली आहे.
बाह्य दुवे
[संपादन]- अधिकृत संकेतस्थळ Archived 2013-01-31 at the वेबॅक मशीन.
हे सुद्धा पहा
[संपादन]संदर्भ
[संपादन]- ^ http://www.thehindubusinessline.com/news/states/maharashtra-govt-clears-metro-projects/article6618208.ece?ref=relatedNews
- ^ "Mumbai Metro One Project updates". Mumbaimetro1.com. 2010-08-23 रोजी मूळ पान पासून संग्रहित. 2010-08-25 रोजी पाहिले.
