राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार, सर्वोत्कृष्ट सहायक अभिनेत्री
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प्रकार | राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार, सर्वोत्तम सहाय्यक अभिनेत्री पुरस्कार | ||
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स्थान | भारत | ||
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राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार, सर्वोत्कृष्ट सहायक अभिनेत्री ही राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कारांमधील एक श्रेणी आहे. भारतातील माहिती व प्रसारण मंत्रालयाने स्थापन केलेल्या डायरेक्टरेट ऑफ फिल्म फेस्टिव्हलद्वारे दरवर्षी हे पुरस्कार सादर करण्यात येतात.[१] हा सहायक भूमिकेत सर्वोत्कृष्ट कामगिरी बजावणाऱ्या कलाकारास सादर केला जातो. हा एक रजत कमल पुरस्कार आहे. २०१७ला या पुरस्कारात रजत कमल, प्रमाणपत्र आणि रोख रक्कम असे पारितोषिकात समाविष्ट होते. नवी दिल्ली येथे आयोजित कार्यक्रमात राष्ट्रपतींच्या हस्ते हा पुरस्कार प्रदान केला जातो.[२]
राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कारांची स्थापना १९५४ मध्ये "उच्च सौंदर्याचा आणि तांत्रिक मानक आणि शैक्षणिक आणि संस्कृती मूल्य असलेल्या चित्रपटांच्या निर्मितीस प्रोत्साहित करण्यासाठी" केली गेली आणि प्रादेशिक चित्रपटांसाठी पुरस्कारांचा समावेश करण्याचे नियोजनही केले. पुरस्कार "चित्रपटांसाठी राज्य पुरस्कार" म्हणून स्थापित करण्यात आले होते. परंतु १९५६ मध्ये १५व्या राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कारांमध्ये त्याचे "राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार" असे नामकरण करण्यात आले. विजेत्याला "रजत कमळ" (चांदीचे कमळ) प्रमाणपत्र आणि ₹२,००,००० रोख बक्षीस दिले जाते. ५४ व्या राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार (२००६) पासून ६९ व्या राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार (२०२१) पर्यंत रोख पारितोषिक ₹५०,००० होते.[३] ५४ व्या राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार (२००६) पूर्वी, रोख पारितोषिक ₹१०,००० होते.[४]
राज्य पुरस्काराने १९८४ मध्ये सहायक अभिनेत्रीची श्रेणी सुरू केले गेली. या पुरस्कारच्या पहिला प्राप्तकर्ता रोहिणी हट्टंगडी होत्या, ज्यांना हिंदी चित्रपट पार्टी (१९८४) मधील कामगिरीबद्दल ३२व्या राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्काराने गौरविण्यात आले. जरी भारतीय चित्रपटसृष्टीने सुमारे २० भाषा आणि बोलीभाषांमध्ये चित्रपटांची निर्मिती केली असली तरी २०२२ पर्यंत हिंदी, मल्याळम, तामिळ, बंगाली, मराठी, उर्दू, इंग्रजी, मैतेई (मणिपुरी), ओरिया आणि हरियाणवी अशा दहा प्रमुख भाषांमध्ये काम केलेल्या कलाकारांनी हे पारितोषिक मिळवले आहेत. २०२२ पर्यंत, ३७ वेगवेगळ्या अभिनेत्रींना एकूण ४२ पुरस्कार प्रदान करण्यात आले आहेत.
२०२२ पर्यंत सुरेखा सिक्री यांना त्यांच्या हिंदी चित्रपटांसाठी तीन वेळा सन्मानित करण्यात आले आहे - तमस (१९८७), मम्मो (१९९४) व बधाई हो (२०१८). त्यांच्या खालोखाल के. पी. ए. सी. ललिता (मल्याळम चित्रपट अमरम (१९९०) व शांथम (२०००)), नीना गुप्ता (हिंदी चित्रपट वो छोकरी (१९९३) व उंचाई (२०२२)) आणि पल्लवी जोशी (हिंदी चित्रपट द ताश्कंद फाइल्स (२०१९) व द काश्मीर फाइल्स (२०२१)) या तिघींनी दोन वेळा हा पुरस्कार जिंकला आहे. शिप ऑफ थिसियस (२०१३) या इंग्रजी-हिंदी चित्रपटातील कामगिरीबद्दल ६१व्या राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कारात गौरविण्यात आलेल्या इजिप्शियन अभिनेत्री आयदा अल-काशेफ हा पुरस्कार जिंकणारी एकमेव अ-भारतीय अभिनेत्री आहे. उर्वशी आणि कल्पना हा सन्मान मिळालेले एकच बहीणींचे जोडपे आहे. १९९९, २०१२ आणि २०१३ या वर्षात दोन अभिनेत्रींमध्ये विभागून पुरस्कार दिले गेले आहेत.
सर्वोत्कृष्ट अभिनेत्री आणि सर्वोत्कृष्ट सहाय्यक अभिनेत्री अशा दोन्ही श्रेणींमध्ये शर्मिला टागोर, कोंकणा सेन शर्मा आणि कंगना राणावत या तीन अभिनेत्रींनी पुरस्कार मिळवले आहेत. डॉली आहलुवालिया या एकमेव अभिनेत्री आहे ज्यांनी सर्वोत्कृष्ट वेशभुषेचे देखिल दोन पुरस्कार पटकावले आहे.[५] उत्तरा बावकर यांना १९९५ मधील मराठी चित्रपट दोघी बद्दल विशेष उल्लेख पुरस्कार मिळाला आहे.
विजेते
[संपादन]भाषा | विजेते |
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इंग्रजी | २
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उर्दू | १
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ओडिया | १
|
तमिळ | ४
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बंगाली | ४
|
मराठी | १
|
मल्याळम | ७
|
मैतेई | १
|
हरियाणवी | १
|
हिंदी | २०
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अभिनेत्री | वर्ष | चित्रपट | भाषा |
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रोहिणी हट्टंगडी | १९८४ | पार्टी | हिंदी |
विजया मेहता | १९८५ | राव साहेब | हिंदी |
मंजुला कंवर | १९८६ | भंगाळा सिलाटा | ओडिया |
सुरेखा सिक्री | १९८७ | तमस | हिंदी |
उत्तरा बावकर | १९८८ | एक दिन अचानक | हिंदी |
मनोरमा | १९८९ | पुडिया पठाई | तमिळ |
के. पी. ए. सी. ललिता | १९९० | अमारम | मल्याळम |
शांता देवी | १९९१ | यमानम | मल्याळम |
रेवती | १९९२ | थेवर मगन | तमिळ |
नीना गुप्ता | १९९३ | वो छोकरी | हिंदी |
सुरेखा सिक्री | १९९४ | मम्मो | हिंदी |
अरणमुला पोन्नम्मा | १९९५ | कथापुरूषन | मल्याळम |
राजेश्वरी सचदेव | १९९६ | सरदारी बेगम | उर्दू |
करिश्मा कपूर | १९९७ | दिल तो पागल है | हिंदी |
सुहासिनी मुळ्ये | १९९८ | हु तू तू | हिंदी |
सुदीप्ता चक्रवर्ती | १९९९ | बारीवाली | बंगाली |
सोहिनी सेनगुप्ता | पारोमितर एक दिन | बंगाली | |
के. पी. ए. सी. ललिता | २००० | शांथम | मल्याळम |
अनन्या खरे | २००१ | चांदनी बार | हिंदी |
राखी गुलजार | २००२ | शुभो माहूरत | बंगाली |
शर्मिला टागोर | २००३ | अबार अरन्ये | बंगाली |
शीला | २००४ | अकाले | मल्याळम |
उर्वशी | २००५ | अचुविंटे अम्मा | मल्याळम |
कोंकणा सेन शर्मा | २००६ | ओमकारा | हिंदी |
शेफाली शाह | २००७ | द लास्ट लीयर | इंग्रजी |
कंगना राणावत | २००८ | फॅशन | हिंदी |
अरुंधती नाग | २००९ | पा | हिंदी |
सुकुमारी | २०१० | ग्रामम | तमिळ |
लीशांगथेम टोंथोईंगाम्बी देवी | २०११ | फिजीगी मणी | मैतेई |
डॉली आहलुवालिया | २०१२ | विकी डोनर | हिंदी |
कल्पना | थानिचल्ला नजान | मल्याळम | |
अमृता सुभाष | २०१३ | अस्तु | मराठी |
आयदा अल-काशेफ | शिप ऑफ थिसियस | इंग्रजी | |
बलजिंदर कौर | २०१४ | पगडी - द ऑनर | हरियाणवी |
तन्वी आझमी | २०१५ | बाजीराव मस्तानी | हिंदी |
झायरा वसीम | २०१६ | दंगल | हिंदी |
दिव्या दत्ता | २०१७ | इरादा | हिंदी |
सुरेखा सिक्री | २०१८ | बधाई हो | हिंदी |
पल्लवी जोशी | २०१९ | द ताश्कंद फाइल्स | हिंदी |
लक्ष्मी प्रिया चंद्रमौली | २०२० | शिवरंजिनीयुम इनुम सिला पेंगलम | तमिळ |
पल्लवी जोशी | २०२१ | द काश्मीर फाइल्स | हिंदी |
नीना गुप्ता | २०२२ | उंचाई | हिंदी |
संदर्भ
[संपादन]- ^ "About National Film Awards". Directorate of Film Festivals. 25 ऑक्टोबर 2011 रोजी मूळ पानापासून संग्रहित. 8 नोव्हेंबर 2013 रोजी पाहिले.
- ^ "National Awards 2015, as it happened: Winners, wishes and morel". इंडिया टुडे. 3 मे 2015. 23 मे 2015 रोजी मूळ पानापासून संग्रहित. 21 मे 2015 रोजी पाहिले.
- ^ "54th National Film Awards" (PDF). Directorate of Film Festivals. March 24, 2012 रोजी पाहिले.
- ^ "53rd National Film Awards – 2006" (PDF). Directorate of Film Festivals. 2006. p. 34. 29 ऑक्टोबर 2013 रोजी मूळ पानापासून संग्रहित (PDF).
- ^ "National award-winning actor Dolly Ahluwalia on connecting with the past in her films". ३ मार्च २०२५ रोजी पाहिले.