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कौमी तराना

विकिपीडिया, मुक्‍त ज्ञानकोशातून

क़ौमी तराना हे पाकिस्तानचे राष्ट्रगीत आहे. ह्या गीताची स्वररचना अहमद गुलाम चांग्लाह ह्यांनी १९४९साली रचली. त्यानंतर,१९५२ ह्या वर्षी हे गीत हाफिज जुल्लुन्ध्री ह्यांनी लिहिले. १९५४ ह्या वर्षी ह्या गीताला पाकिस्तानच्या अधिकृत राष्ट्रगीताचा मान देण्यात आला.

पाक सरज़मीन शाद बाद किश्वर-ए-हसीन शाद बाद तू निशान-ए-अज़्म-ए-आलिशान अर्ज़-ए-पाकिस्तान! मरकज़-ए-यक़ीन शाद बाद

पाक सरज़मीन का निज़ाम क़ूवत-ए-अख़ूवत-ए-अवाम क़ौम, मुल्क, सलतनत पाइन्दा ताबिन्दा बाद! शाद बाद मंज़िल-ए-मुराद

परचम-ए-सितारा-ओ-हिलाल रहबर-ए-तरक्की-ओ-कमाल तर्जुमान-ए-माज़ी, शान-ए-हाल, जान-ए-इस्तक़बाल! साया-ए-ख़ुदा-ए-ज़ुल जलाल

अधिकृत गीतरचना

[संपादन]
उर्दू उच्चारण मराठी भाषांतर
كشورِ حسين شاد باد پاک سرزمین شاد باد

ارضِ پاکستان!‏ تُو نشانِ عزمِ عالی شان

مرکزِ یقین شاد باد قوّتِ اُخوّتِ عوام پاک سرزمین کا نظام

پائنده تابنده باد!‏ قوم، ملک، سلطنت

شاد باد منزلِ مراد

رہبرِ ترقّی و کمال پرچمِِ ستاره و ہلال

جانِ استقبال!‏ ترجمانِ ماضی، شانِ حال

سایۂ خدائے ذوالجلال


पाक सरज़मीन शाद बाद

किश्वर-ई-हसीन शाद बाद
तू निशान-ए-अज़्म-ए-आलिशान
अर्ज़-ए-पाकिस्तान!
मरकज़-ए-यक़ीन शाद बाद

पाक सरज़मीन का निज़ाम
क़ूवत-ए-अख़ूवत-ए-अवाम
क़ौम, मुल्क, सलतनत
पाइन्दा ताबिन्दा बाद!
शाद बाद मंज़िल-ए-मुराद

परचम-ए-सितारा-ओ-हिलाल
रहबर-ए-तरक्की-ओ-कमाल
तर्जुमान-ए-माज़ी, शान-ए-हाल,
जान-ए-इस्तक़बाल!
साया-ए-ख़ुदा-ए-ज़ुल जलाल

हे पवित्र भुमे आशीर्वाद दे!

हे उदार देशा आशीर्वाद दे!
दृढनिश्चयाचे तू प्रतिक
पाकिस्तान भुमे,
आशीर्वादित असू दे श्रद्धेचा गडकोट!

पवित्र भूमीचा अंमल,
जनतेच्या एकतेची शक्ती,
राष्ट्र, देश आणि भूमी,
सदैव चमकत राहू दे!
अपेक्षित ध्येय आशीर्वादित राहू दे!

चंद्रकोर आणि ताऱ्याचा ध्वज,
प्रगती आणि भरभराटीचा पुढारी,
भूतकाळाचा मार्गदर्शक, वर्तमानाचा मान,
भविष्याचा जीव!
दैदिप्यमान परमेश्वराची प्रत्यक्ष सावली!