बेझावडा गोपाळ रेड्डी
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बेझावडा गोपाळ रेड्डी | |
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कार्यकाळ १ मे १९६७ – ३० जून १९७२ | |
मुख्यमंत्री | चौधरी चरण सिंह (२५ फेब्रुवारी १९६८ पर्यंत) रिक्त (२५ फेब्रुवारी १९६८—२६ फेब्रुवारी १९६९) चंद्र भानू गुप्ता (२६ फेब्रुवारी १९६९—१८ फेब्रुवारी १९७०) चौधरी चरण सिंह (१८ फेब्रुवारी १९७०—१ ऑक्टोबर १९७०) रिक्त (१ ऑक्टोबर १९७०—१८ ऑक्टोबर १९७०) त्रिभुवन नारायण सिंह (१८ ऑक्टोबर १९७०—४ एप्रिल १९७१) कमलापती त्रिपाठी (४ एप्रिल १९७१ पासून) |
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मागील | बिश्वनाथ दास |
पुढील | शशिकांत वर्मा (कार्यवाहक) |
कार्यकाळ २ एप्रिल १९६२ – ३ मार्च १९६७ | |
मागील | नवीन मतदारसंघ |
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पुढील | आर.डी. रेड्डी |
मतदारसंघ | कावली |
कार्यकाळ १८ ऑगस्ट १९५८ – २७ फेब्रुवारी १९६२ | |
मागील | टी.जे.एम. विल्सन |
पुढील | एन. नरोत्तम रेड्डी |
मतदारसंघ | आंध्र प्रदेश |
कार्यकाळ १ नोव्हेंबर १९५६ – १७ ऑगस्ट १९५८ | |
मागील | स्वत: (आंध्र राज्य विधानसभा) |
पुढील | अनाम संजीव रेड्डी |
मतदारसंघ | आत्मकुरु |
कार्यकाळ ११ फेब्रुवारी १९५५ – ३१ ऑक्टोबर १९५६ | |
मागील | गंगा चिन्ना कोंडय्या |
पुढील | मतदारसंघ आंध्र प्रदेश राज्यात विलीन |
मतदारसंघ | आत्मकुरु |
कार्यकाळ २८ मार्च १९५५ – १ नोव्हेंबर १९५६ | |
राज्यपाल | चंदूलाल माधवलाल त्रिवेदी |
मागील | तंगुतूरी प्रकाशम |
पुढील | पद विसर्जित (आंध्र प्रदेश राज्यात विलीन) |
जन्म | ५ ऑगस्ट १९०७ मु.पो. बुचीरेड्डीपलेम, मद्रास प्रांत, ब्रिटिश भारत (आत्ता मु.पो. बुचीरेड्डीपलेम, जि. नेल्लोर, आंध्र प्रदेश, भारत) |
मृत्यू | ९ मार्च १९९७ (वय : 89) चेन्नई, तमिळनाडू, भारत |
राष्ट्रीयत्व | भारतीय |
राजकीय पक्ष | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस |
पत्नी | लक्ष्मीकांताम्मा |
गुरुकुल | विश्व-भारती विद्यापीठ, शांतीनिकेतन |
व्यवसाय | राजकारणी, स्वातंत्र्यसैनिक, लेखक |
धर्म | वैदिक सनातन हिंदू |
}} बेझावडा गोपाळ रेड्डी (५ ऑगस्ट १९०७ — ९ मार्च १९९७) हे भारतीय राजकारणी होते. ते तत्कालीन आंध्र राज्याचे मुख्यमंत्री (२८ मार्च १९५५ - १ नोव्हेंबर १९५६) आणि उत्तर प्रदेशचे राज्यपाल (१ मे १९६७ - १ जुलै १९७२) होते.
गोपाल रेड्डी आणि त्यांची पत्नी दोघेही रवींद्रनाथ टागोरांनी स्थापन केलेल्या शांतिनिकेतनमध्ये शिकले. याच काळात गोपाल रेड्डी यांनी टागोरांच्या कलाकृतींना पसंती दिली आणि त्यांच्या अनेक पुस्तकांचा तेलुगूमध्ये अनुवाद केला. ते "आंध्र टागोर" या नावाने प्रसिद्ध होते.