"भारतीय शास्त्रीय गायन" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
दुसऱ्या ओळीत सप्तकातील ऐवजी सप्तकात असे लिहिले. |
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== शास्त्रीय संगीताचे शास्त्र == |
== शास्त्रीय संगीताचे शास्त्र == |
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चांगला आशय असलेली मराठी किंवा हिंदी चित्रपटेगीते जर भारतीय शास्त्रीय संगीतातल्या रागावर आधारलेली असतील, तर ती अजरामर होण्याची दाट शक्यता असते. एका गाण्यात अनेक रागांच्या छटा असतात, परंतु खालील यादीत दिलेल्या रागाची छटा त्या गाण्यात प्रामुख्याने आढळेल. हिंदी चित्रपटांची अशी काही रागाधारित गाणी :- |
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! आद्याक्षर |
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! गाणे |
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! चित्रपट |
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! संगीतकार |
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! गायक/गायिका |
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! राग |
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|अ |
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|अगर मुझ से मुहब्बत है |
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|आप की परछाइयाँ |
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|मदनमोहन |
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|लता |
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|दरबारी |
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|अजहुँ न आये बालमा |
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|सांज और सवेरा |
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|शंकर जयकिशन |
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|सुमन-रफ़ी |
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|सिंध भैरवी |
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|अरे जा, रे हटो नटखट |
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|नवरंग |
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|सी. रामचंद्र |
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|आशा |
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|पहाडी |
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|आ |
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|आगे तेरी मरज़ी |
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|देवदास |
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|एस.डी. बर्मन |
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|लता |
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|मारु बिहाग |
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|इ-ई |
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|इन आँखो की मस्ती के |
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|उमराव जान |
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|खय्याम |
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|आशा |
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|भूप |
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|इन्साफ़ का मंदिर है |
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|अमर |
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|नौशाद |
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|रफ़ी |
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|भैरवी |
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|इशारों इशारों में दिल लेने वाले |
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|कश्मीर की कली |
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|शंकर जयकिशन |
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|रफ़ी-आशा |
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|पहाडी |
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|ए |
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|ए अजनबी तू भी |
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|दिलसे |
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|रहमान |
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|उदित नारायण |
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|मिश्र पटदीप |
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|एक दिल के टुकडे हज़ार हुए |
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|प्यार की जीत |
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|हुस्नलाल भगतराम |
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|रफ़ी |
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|भैरवी |
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|ऐ |
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|ऐ मेरे दिल कहीं और चल |
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|दाग़ |
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|शंकर जयकिशन |
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|तलत महमूद |
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|भैरवी |
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|ओ |
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[[वर्ग:भारतीय शास्त्रीय गायन]] |
[[वर्ग:भारतीय शास्त्रीय गायन]] |
२१:४८, २६ फेब्रुवारी २०१८ ची आवृत्ती
भारतीय शास्त्रीय गायन हे ध्वनि प्रधान आहे. शास्त्रीय संगीतात उत्तर हिंदुस्तानी आणि कर्नाटकी अशा दोन प्रमुख शैली अस्तित्त्वात आहेत. त्याचप्रमाणे शास्त्रीय गायनातही या दोन शैली आहेत. भारतीय संगीत हे प्राचीन काळापासून विकास होत आले आहे. सा रे ग म प ध नी सा ह्या सप्तकात साधारणपणे गायन केले जाते. यातील प्रत्येक स्वर एका सप्तकात एकाच प्रकारे म्हणता येतो. एखादी चाल बांधली जाते तेव्हा तान घेताना, एका सुरानंतर एक सूर यावा असे ठरलेले असते. ते तसे न होता निराळाच सूर आला तर त्याला बेसुर होणे म्हणतात. यात अधिक संबद्धता आणून राग बांधलेले आहेत. रागांमध्ये ही व्यवस्था पक्की बांधलेली असते. भारतीय शास्त्रीय संगीत आध्यात्मिकतेने प्रभावित आहे.
उत्तर हिंदुस्तानी शैलीतील समकालीन ज्येष्ठ गायक/गायिका:
- पं. भीमसेन जोशी
- पंडित जसराज
- उल्हास कशाळकर
- संजीव अभ्यंकर
- उस्ताद राशीद खान
- अजय चक्रवर्ती
- उदय भवाळकर
- अजय पोहनकर
- किशोरी आमोणकर
- मालिनी राजूरकर
- वीणा सहस्रबुध्दे
- अश्विनी भिडे-देशपांडे
- प्रभा अत्रे
शास्त्रीय संगीताचे शास्त्र
चांगला आशय असलेली मराठी किंवा हिंदी चित्रपटेगीते जर भारतीय शास्त्रीय संगीतातल्या रागावर आधारलेली असतील, तर ती अजरामर होण्याची दाट शक्यता असते. एका गाण्यात अनेक रागांच्या छटा असतात, परंतु खालील यादीत दिलेल्या रागाची छटा त्या गाण्यात प्रामुख्याने आढळेल. हिंदी चित्रपटांची अशी काही रागाधारित गाणी :-
आद्याक्षर | गाणे | चित्रपट | संगीतकार | गायक/गायिका | राग |
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अ | अगर मुझ से मुहब्बत है | आप की परछाइयाँ | मदनमोहन | लता | दरबारी |
अजहुँ न आये बालमा | सांज और सवेरा | शंकर जयकिशन | सुमन-रफ़ी | सिंध भैरवी | |
अरे जा, रे हटो नटखट | नवरंग | सी. रामचंद्र | आशा | पहाडी | |
आ | आगे तेरी मरज़ी | देवदास | एस.डी. बर्मन | लता | मारु बिहाग |
इ-ई | इन आँखो की मस्ती के | उमराव जान | खय्याम | आशा | भूप |
इन्साफ़ का मंदिर है | अमर | नौशाद | रफ़ी | भैरवी | |
इशारों इशारों में दिल लेने वाले | कश्मीर की कली | शंकर जयकिशन | रफ़ी-आशा | पहाडी | |
ए | ए अजनबी तू भी | दिलसे | रहमान | उदित नारायण | मिश्र पटदीप |
एक दिल के टुकडे हज़ार हुए | प्यार की जीत | हुस्नलाल भगतराम | रफ़ी | भैरवी | |
ऐ | ऐ मेरे दिल कहीं और चल | दाग़ | शंकर जयकिशन | तलत महमूद | भैरवी |
ओ |