"आद्य शंकराचार्य" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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शंकराचार्य हे हिंदू धर्मातील सर्वोच्च आचार्य मानले जातात. आद्य शंकराचार्यांनी द्वारका, जगन्नाथपुरी, रामेश्वर आणि बद्रीकेदार येथे चार पीठे निर्मून, त्यांवर प्रत्येकी एक पीठासीन शंकराचार्य नेमून आचार्य परंपरा घालून दिली. |
शंकराचार्य हे हिंदू धर्मातील सर्वोच्च आचार्य मानले जातात. आद्य शंकराचार्यांनी द्वारका, जगन्नाथपुरी, रामेश्वर आणि बद्रीकेदार येथे चार पीठे निर्मून, त्यांवर प्रत्येकी एक पीठासीन शंकराचार्य नेमून आचार्य परंपरा घालून दिली. |
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या आदि शंकराचार्यांनी अनेक तत्त्वज्ञानविषयक ओव्या, संस्कृत स्तोत्रे, आणि तत्सम काव्ये रचली आहेत. त्यांच्या अनेक |
या आदि शंकराचार्यांनी अनेक भाष्यग्रंथ, तत्त्वज्ञानविषयक ओव्या, संस्कृत स्तोत्रे, आणि तत्सम काव्ये रचली आहेत. त्यांच्या अनेक पद्यरचना अनुप्रासादी काव्यालंकारांनी ओथंबलेल्या आहेत. |
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==शंकराचार्यांचे साहित्य== |
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* अष्टोत्तरसहस्रनामावलिः |
* अष्टोत्तरसहस्रनामावलिः |
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* उपदेशसहस्री |
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* गोविंदाष्टकम् |
* गोविंदाष्टकम् |
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* चर्पटपंजरिकास्तोत्रम् |
* चर्पटपंजरिकास्तोत्रम् |
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ओळ ५९: | ओळ ६२: | ||
** विषयानन्द |
** विषयानन्द |
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* परापूजास्तोत्रम् |
* परापूजास्तोत्रम् |
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* प्रपंचसार |
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* भवान्यष्टकम् |
* भवान्यष्टकम् |
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* लघुवाक्यवृत्ती |
* लघुवाक्यवृत्ती |
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ओळ ६५: | ओळ ६९: | ||
* शिवस्यापराधक्षमापनस्तोत्रम् |
* शिवस्यापराधक्षमापनस्तोत्रम् |
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* शिवानन्दलहरी |
* शिवानन्दलहरी |
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* सर्व वेदान्त सिद्धान्त सार संग्रह |
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* साधनपंचकम |
* साधनपंचकम |
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* भाष्ये |
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** अध्यात्म पटल भाष्य |
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** ईशोपनिषद भाष्य |
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** ऐतरोपनिषद भाष्य |
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** कठोपनिषद भाष्य |
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** केनोपनिषद भाष्य |
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** छांदोग्योपनिषद भाष्य |
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** तैत्तिरीयोपनिषद भाष्य |
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** नृसिंह पूर्वतपन्युपनिषद भाष्य |
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** प्रश्नोपनिषद भाष्य |
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** बृहदारण्यकोपनिषद भाष्य |
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** ब्रह्मसूत्र भाष्य |
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** भगवद्गीता भाष्य |
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** ललित त्रिशती भाष्य |
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** हस्तामलकीय भाष्य |
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** मंडूकोपनिषद कारिका भाष्य |
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** मुंडकोपनिषद भाष्य |
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** विष्णुसहस्रनाम स्तोत्र भाष्य |
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** सनत्सुजातीय भाष्य |
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==छोट्या तत्त्वज्ञानविषक रचना (कंसात शोकसंख्या/ओवीसंख्या)== |
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* अद्वैत अनुभूति (८४) |
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* अद्वैत पंचकम् (५) |
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* अनात्मा श्रीविगर्हण (१८) |
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* अपरोक्षानुभूति (१४४) |
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* एकश्लोकी (१) |
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* कौपीन्यपंचकम् (५) |
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* जीवनमुक्त आनंदलहरी )१७) |
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* धन्याष्टकम् (८) |
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* निर्वाण मंजरी (१२) |
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* निर्वाणषटकम् (६) |
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* पंचीकरणम् (गद्य) |
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१९:१७, २४ जुलै २०१२ ची आवृत्ती
आद्य शंकराचार्य | |
राजा रविवर्म्याने चितारलेले आदि शंकराचार्यांचे चित्र | |
जन्म | इ.स. ७८८ कलडी, केरळ, भारत |
मृत्यू | इ.स. ८२१ केदारनाथ, उत्तराखंड, भारत |
कार्यक्षेत्र | तत्त्वज्ञान, धर्म |
भाषा | संस्कृत |
तत्त्वप्रणाली | अद्वैत वेदान्तमत |
प्रादेशिक वर्गीकरण | हिंदू धर्म |
प्रमुख विषय | अद्वैतवाद |
प्रसिद्ध लिखाण | शांकरभाष्य |
प्रभाव | गोविंद भगवत्पाद |
आद्य शंकराचार्यकिंवा आदि शंकराचार्य (मल्याळम: ആദി ശങ്കരൻ, संस्कृत: आदि शङ्करः ;) (इ.स. ७८८ - इ.स. ८२१) हे अद्वैत वेदान्तमताचे उद्गाते व भारतीय हिंदू धर्मीयांचे तत्त्वज्ञ होते. त्यांनी अणुवादास खोडून काढत अद्वैताचा पुरस्कार केला. इ.स.च्या आठव्या-नवव्या शतकात कन्याकुमारी ते काश्मीर, आणि द्वारका ते जगन्नाथपुरी असे सर्व भारतभर भ्रमण करून, त्यांनी हिंदू धर्माची पुन:स्थापना केली. [ संदर्भ हवा ]. त्यांनी मांडलेला शून्यवाद सिद्धान्त प्रसिद्ध आहे.
शंकराचार्य हे हिंदू धर्मातील सर्वोच्च आचार्य मानले जातात. आद्य शंकराचार्यांनी द्वारका, जगन्नाथपुरी, रामेश्वर आणि बद्रीकेदार येथे चार पीठे निर्मून, त्यांवर प्रत्येकी एक पीठासीन शंकराचार्य नेमून आचार्य परंपरा घालून दिली.
या आदि शंकराचार्यांनी अनेक भाष्यग्रंथ, तत्त्वज्ञानविषयक ओव्या, संस्कृत स्तोत्रे, आणि तत्सम काव्ये रचली आहेत. त्यांच्या अनेक पद्यरचना अनुप्रासादी काव्यालंकारांनी ओथंबलेल्या आहेत.
शंकराचार्यांचे साहित्य
- अष्टोत्तरसहस्रनामावलिः
- उपदेशसहस्री
- गोविंदाष्टकम्
- चर्पटपंजरिकास्तोत्रम्
- तत्त्वविवेकाख्यम्
- दत्तात्रेयस्तोत्रम्
- द्वादशपंजरिकास्तोत्रम्
- पंचदशी
- कूटस्थदीप.
- चित्रदीप
- तत्त्वविवेक
- तृप्तिदीप
- द्वैतविवेक
- ध्यानदीप
- नाटक दीप
- पञ्चकोशविवेक
- पञ्चमहाभूतविवेक
- पञ्चकोशविवेक
- ब्रह्मानन्दे अद्वैतानन्द
- ब्रह्मानन्दे आत्मानन्द
- ब्रह्मानन्दे योगानन्द
- महावाक्यविवेक
- विद्यानन्द
- विषयानन्द
- परापूजास्तोत्रम्
- प्रपंचसार
- भवान्यष्टकम्
- लघुवाक्यवृत्ती
- विवेकचूडामणि
- शतश्लोकी
- शिवस्यापराधक्षमापनस्तोत्रम्
- शिवानन्दलहरी
- सर्व वेदान्त सिद्धान्त सार संग्रह
- साधनपंचकम
- भाष्ये
- अध्यात्म पटल भाष्य
- ईशोपनिषद भाष्य
- ऐतरोपनिषद भाष्य
- कठोपनिषद भाष्य
- केनोपनिषद भाष्य
- छांदोग्योपनिषद भाष्य
- तैत्तिरीयोपनिषद भाष्य
- नृसिंह पूर्वतपन्युपनिषद भाष्य
- प्रश्नोपनिषद भाष्य
- बृहदारण्यकोपनिषद भाष्य
- ब्रह्मसूत्र भाष्य
- भगवद्गीता भाष्य
- ललित त्रिशती भाष्य
- हस्तामलकीय भाष्य
- मंडूकोपनिषद कारिका भाष्य
- मुंडकोपनिषद भाष्य
- विष्णुसहस्रनाम स्तोत्र भाष्य
- सनत्सुजातीय भाष्य
छोट्या तत्त्वज्ञानविषक रचना (कंसात शोकसंख्या/ओवीसंख्या)
- अद्वैत अनुभूति (८४)
- अद्वैत पंचकम् (५)
- अनात्मा श्रीविगर्हण (१८)
- अपरोक्षानुभूति (१४४)
- एकश्लोकी (१)
- कौपीन्यपंचकम् (५)
- जीवनमुक्त आनंदलहरी )१७)
- धन्याष्टकम् (८)
- निर्वाण मंजरी (१२)
- निर्वाणषटकम् (६)
- पंचीकरणम् (गद्य)
पहा :शंकराचार्य
बाह्य दुवे
- आद्य शंकराचार्यांनी स्थापलेल्या शृंगेरी पीठाचे संकेतस्थळ (इंग्लिश मजकूर)
- अद्वैत वेदान्त.ऑर्ग - आद्य शंकराचार्यांचे चरित्र (इंग्लिश मजकूर)