होयसळ वास्तूशिल्प समूह
Appearance
World Heritage Site in India | |||
माध्यमे अपभारण करा | |||
विकिपीडिया | |||
प्रकार | cultural landscape | ||
---|---|---|---|
स्थान | भारत | ||
भाग | |||
वारसा अभिधान |
| ||
क्षेत्र |
| ||
| |||
होयसळ वास्तूशिल्प समूह हे तीन मंदिरांचा समूह आहे जे दक्षिण भारतातील एक जागतिक वारसा स्थळ म्हणून ओळखले जाते. हेहोयसळ साम्राज्याच्या अंतर्गत १२ व्या आणि १३ व्या शतकात बांधण्यात आला होता.[१] १० वे शतक ते १४ वे शतक दक्षिण भारतीय भागात ह्या साम्राज्याने राज्य केले. या कालखंडात बांधलेली मोठी आणि छोटी मंदिरे होयसळ वास्तुशैलीची उदाहरणे आहेत. [२][३][४]
मंदिरे
[संपादन]क्र | मंदिराचे नाव | धर्म | देवता | पूर्ण झाले | चित्र |
---|---|---|---|---|---|
१ | चेन्नकेशव मंदिर (बेलूर) | हिंदू धर्म | विष्णु | १११७ | |
२ | होयसळेश्वर मंदिर | हिंदू धर्म | शिव | ११६० | |
३ | चेन्नकेशव मंदिर (सोमनाथपुरा) | हिंदू धर्म | विष्णु | १२५८ |
संदर्भ
[संपादन]- ^ "Three Hoysala temples of Karnataka inscribed as UNESCO World Heritage sites". www.thehindu.com (इंग्रजी भाषेत). Mysuru: The Hindu. 18 September 2023. 19 September 2023 रोजी पाहिले.
- ^ A, Divya (18 September 2023). "Karnataka's sacred ensembles of Hoysalas inscribed on UNESCO world heritage list". www.indianexpress.com (इंग्रजी भाषेत). New Delhi: The Indian Express. 19 September 2023 रोजी पाहिले.
- ^ Singh, Rahul Sunilkumar (18 September 2023). "Hoysala Temples in Karnataka now India's 42nd UNESCO's World Heritage site; PM Modi says 'more pride'". www.hindustantimes.com (इंग्रजी भाषेत). Hindustan Times. 19 September 2023 रोजी पाहिले.
- ^ "Karnataka's Hoysala temples get World Heritage tag". www.telegraphindia.com. 21 September 2023. 21 September 2023 रोजी पाहिले.