मराठी भाषेत रूढ झालेले काही फारसी शब्द
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फारसी ही सध्याच्या इराण व पूर्वीच्या पर्शियन साम्राज्याची भाषा आहे. सुमारे इ.स. १२९६ मध्ये फारसी ही भाषा त्याकाळच्या दिल्लीच्या शासनासोबत (बघा: अल्लाउद्दीन खिलजी) महाराष्ट्रात आली. त्यानंतर शासन कारभारात, बहामनी राज्यकर्त्यांमुळे फारसी भाषेचा वापर वाढला.फारसी भाषा सुमारे ३९१ वर्षे महाराष्ट्रात होती. त्यामुळे मराठी भाषेवर त्याचा प्रभाव पडला. फारसीचा मराठी भाषेवरील परिणाम कमी व्हावा म्हणून शिवाजी महाराजांनी आपल्या राज्याभिषेकानंतर, राज्यव्यवहार कोश तयार करण्यास सांगितले.
स्वातंत्र्यवीर सावरकर यांनी भाषा शुद्धीकरणासाठी खूप प्रयत्न केले. त्यांनी मराठी भाषेला काही नवीन शब्द दिले, पण जुने फारसी प्रचलित शब्द तितक्याच जोमाने, पण जराशा वेगळ्या अर्थाने कायम टिकून राहिले.
| अनु.क्र. | फारसी शब्द | भाषांतरित मराठी पर्यायी शब्द |
|---|---|---|
| १ | दरबार | राजसभा |
| २ | सवाल | प्रश्न |
| ३ | खाना | पेठ (?)/जेवण |
| ४ | कारंजे | तुषार |
| ५ | दालन | कक्ष |
| ६ | बुरुज | तटबंदी |
| ७ | रंगमहाल | विलासमंदिर |
| ८ | जप्त | हरण |
| ९ | फौज | सैन्य |
| १० | जमीन | भूमी, धरती, भुई |
| ११ | किल्ली | चावी |
| १२ | अदालतखाना | न्यायालय |
| १३ | जुमला | गृह |
| १४ | बक्षीस | पारितोषिक |
| १५ | मुदपाकखाना | स्वयंपाकघर |
| १६ | भूख (?) | भूक |
| १७ | नर्तकी | नृत्यांगना |
| १८ | खुर्ची | चारपायी आसन (?) |
| १९ | संदूक | पेटी |
| २० | तब्येत | प्रकृती |
| २१ | तारीख | दिनांक |
| २२ | बाजार | पेठ |
| २३ | बुरुज | तटबंदी |
| २४ | जबाबदारी | उत्तरदायित्व |
असे अनेक शब्द आहेत.