"मंगला गोडबोले" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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'''मंगला गोडबोले''' (जन्म : २ फॆब्रुवारी, [[इ.स. १९४९|१९४९]] - हयात) या सामाजिक जाणीवेने लिहिणार्या एक [[मराठी भाषा|मराठी]] लेखिका आहेत. ह्यांच्या अनेक कथावजा लेख मराठी वृत्तपत्र ’लोकसत्ता’त साप्ताहिक सदरे म्हणून प्रकाशित झाले. इ.स. २००० सालच्या सदराचे नाव ’अशी घरं अशी माणसं’ हे, २००९साली ’पण बोलणार आहे’ हे आणि २०१३सालच्या साप्ताहिक सदराचे नाव ’जुनी विटी नवे राज्य’ हे होते. हे साप्ताहिक लेख पुढे पुस्तकरूपाने प्रसिद्ध झाले. |
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| आई, तुझ्याच ठायी || ललित || || |
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| ... आणि मी || ललित || || |
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| जिथली वस्तू तिथे || विनोदी कथासंग्रह || || |
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| झुळूक || ललित || || |
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| तदेव लग्नम् || ललित || || |
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| दत्तक घेण्यापूर्वी || वैचारिक || || |
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| नीरू आणि नेहा || कथासंग्रह || || |
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| पण बोलणार आहे || ललित || || |
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| पर्स हरविलेली बाई || विनोदी || || |
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| पुन्हा झुळूक || ललित || || |
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| पुरुषोत्तमाय नमः || || || |
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| पेज थ्री || कथासंग्रह || || |
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| ब्रह्मवाक्य || विनोदी कथासंग्रह || || |
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| भलं बुरं || विनोदी कथासंग्रह || || |
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| मध्य || कथासंग्रह || || |
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२२:४९, १९ मार्च २०१६ ची आवृत्ती
मंगला गोडबोले | |
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जन्म | २ फेब्रुवारी, १९४९ |
राष्ट्रीयत्व | भारतीय |
कार्यक्षेत्र | साहित्य |
भाषा | मराठी |
साहित्य प्रकार | विनोदी कथा, ललित, वैचारिक |
मंगला गोडबोले (जन्म : २ फॆब्रुवारी, १९४९ - हयात) या सामाजिक जाणीवेने लिहिणार्या एक मराठी लेखिका आहेत. ह्यांच्या अनेक कथावजा लेख मराठी वृत्तपत्र ’लोकसत्ता’त साप्ताहिक सदरे म्हणून प्रकाशित झाले. इ.स. २००० सालच्या सदराचे नाव ’अशी घरं अशी माणसं’ हे, २००९साली ’पण बोलणार आहे’ हे आणि २०१३सालच्या साप्ताहिक सदराचे नाव ’जुनी विटी नवे राज्य’ हे होते. हे साप्ताहिक लेख पुढे पुस्तकरूपाने प्रसिद्ध झाले.
कारकीर्द
प्रकाशित साहित्य
नाव | साहित्यप्रकार | प्रकाशन | प्रकाशन वर्ष (इ.स.) |
---|---|---|---|
अमृतसिद्धी | दोन खंडी समीक्षा(सहलेखक - स.ह. देशपांडे | ||
अल्बम | ललित | ||
अशी घरं, अशी माणसं | |||
अळवावरचे थेंब | |||
आई, तुझ्याच ठायी | ललित | ||
आडवळण | ललित | ||
... आणि मी | ललित | ||
आरंभ | ललित | ||
ऋतू हिरवट | ललित | ||
कधी बहर कधी शिशिर | ललित | ||
काय तुझ्या मनात | स्त्री-आरोग्यविषयक | ||
कुंपण आणि आकाश | ललित | ||
कोपरा | कथासंग्रह | ||
खुणेची जागा | कथासंग्रह | ||
गाठ आहे लग्नाची/शी | वैचारिक | ||
गिरकी | कथासंग्रह | ||
गुंडाबळी | कथासंग्रह | ||
गोंदण | कादंबरी | ||
जिथली वस्तू तिथे | विनोदी कथासंग्रह | ||
जुनी विटी नवे राज्य | ललित | ||
झुळूक | ललित | ||
तदेव लग्नम् | ललित | ||
दत्तक घेण्यापूर्वी | वैचारिक | ||
दामलेमामा | चरित्र | ||
नवी झुळूक | |||
नीरू आणि नेहा | कथासंग्रह | ||
पण बोलणार आहे | ललित | ||
पर्स हरविलेली बाई | विनोदी | ||
पुन्हा झुळूक | ललित | ||
पुरुषोत्तमाय नमः | |||
पेज थ्री | कथासंग्रह | ||
पोटाचा प्रश्न | विनोदी कथासंग्रह | मेनका प्रकाशन | १९९७ |
प्रवेश | कथासंग्रह | ||
ब्रह्मवाक्य | विनोदी कथासंग्रह | ||
भलं बुरं | विनोदी कथासंग्रह | ||
मध्य | कथासंग्रह | ||
माई (आशा शेठ) | चरित्र | २०१५ | |
वयात येताना | आरोग्यविषयक | ||
वार्धक्य विचार | आरोग्यविषयक | ||
शुभेच्छा | ललित | ||
सह-वास हा सुखाचा | विनोदी कथासंग्रह | ||
सही रे सही | बालसाहित्य | ||
सात, आठ ते सातावर आठ | विनोदी | ||
सुखी स्त्रीची साडी | विनोदी | ||
सुनीताबाई | व्यक्तिचित्रण | ||
सुवर्णमुद्रा | ललित | ||
सोबत | कथासंग्रह | ||
हे करून पाहू नका | विनोदी |
पुरस्कार
- मंगला गोडबोले यांच्या ऋ्तु हिरवट या पुस्तकाला महाराष्ट्र सरकारचा विनोदी वाङ्मयासाठीचा २०१४ सालचा श्रीपाद कृष्ण कोल्हटकर पुरस्कार मिळाला. (६-२-२०१६ची बातमी)