सदस्य:Maharashtrapal ingle

विकिपीडिया, मुक्‍त ज्ञानकोशातून

Mi life style Marketing बिजनेस हा एक उत्तम पर्याय आहे.आजच्या घडीला सर्वसामान्य लोकांना या बद्दल पुरेशी माहिती नसल्याने मार्केटिंग क्षेत्रात आपलं स्थान निर्माण करायला वेळ लागत आहे. मित्रहो आपल्याला मार्केटींग बिझनेस मध्ये अपयश आले तर खचु नका.

तुम्हीतर मोठया हिंमतीने म्हटले पाहीजे

या अपयशांनो या आम्ही तुमचे स्वागत करतो अरे आमचा जन्मच समस्येतुन झालाय आम्ही कशाला घाबरतो.

येवु दया अपयश कितीही आता आम्ही भिनारे नाही. अपयशाच्या लाटेत कधीच वाहुन जानारे नाही.

कितीही अपयश आले तरी आम्ही प्रयत्न सोडनारे नाही. विश्वासाने तोंड देवु जरा ही डगमगणारे नाही.

बारा हत्तीचं बळ आमचं त्या अपयशातुन जाण्याचं केवढं असेल रे अपयशा तुझं अस्तित्व मोहरीच्या दाण्याचं.

अपयशाची पर्वा आम्ही कधिच करणारे नाही राखेतुन झेप घेनारे आम्ही कधीच मरणारे नाही.

असेल हिंमत तर रोखुन दाखवं हे अपयशा आम्हाला. यशा साठी छाटुन टाकु येणारी प्रत्येक बला.

मार्केटींग आमची तलवार असेल बिझनेस आमची ढाल उदयाचा दिवस आमचाच असेल ठासुन सांगतोय महाराष्ट्र-पाल

व्यवसाय तर करायचा परंतु मार्गदर्शनाच्या अभावामुळे व्यवसायात आपण यशस्वी होत नाही.आपण सरकारी नौकरी करत असाल तर उत्तम परंतु नौकरी सोबतच आपण व्यवसाय कराल तर अतिऊत्तम मेहनत तर तुम्हाला कुठेही करावीच लागेल आणी आपण जर रोजगाराच्या शेाधात असाल तर आम्ही आपणास संपुर्ण सहकार्य करु फक्त हवी आहे आपली व्यवसाय करावयाची ईच्छा शक्ती It is not your fault that you were born into a poor family .But if you die poor, you are responsible for it. You will do business but lack of guidance will not lead to success in business. This is fine if you are doing a government job, but if you are doing a job business you have to work hard and if you are looking for a job you have to cooperate. Strong will. दोस्तो, नमस्ते

      भारत हमारा विविध जातियों, धर्मों, संप्रदायों, भाषाओं, विभिन्न राज्यों का एक विशाल और अखंडित युवा राष्ट्र है और एक प्रगतिशील राष्ट्र की श्रेणी में जनता के अपार आत्मविश्वास के साथ मजबूती से खड़ा है। मित्रों, वास्तव में, इस भारत का हजारों वर्षों का इतिहास है। आज, भारत में दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी आबादी 138 करोड़ 55 लाख 21 हजार 517 है, जबकि भारतीयों की औसत जीवन प्रत्याशी महिलाओं के लिए 71.8 वर्ष और पुरुषों के लिए 69.2 वर्ष है। 
              हमारे 70 साल के जीवनकाल में, हम कभी भी उस तरह नहीं रह पाएंगे जैसा हम चाहते हैं। क्योंकि आज  पुरे विश्व मे महंगाई ने अपना कब्जा कर रखा है. इस महंगाई के समय में अगर हम अपने जीवन,खान पान बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा, सुख और दुःख को पूरा करने में असमर्थ हैं, तो भौतिक सुखों की पूर्ति कब होगी? जरा सोचीये भारत में बेरोजगारी एक वास्तविकता बनी है। और सरकार आपको इसकी सही संख्या कभी नहीं बताएगी। चाहे वो काँग्रेस हो या बीजेपी. हम कम से कम अपने राज्य महाराष्ट्र की बात करे तो सन 2017-18-19  ईस साल अधिकतम शैक्षणीक योग्यता स्नातक या इससे  उपर  581000  युवा बेरोजगार पाये गये 10वी-12वी 813000 युवा बेरोजगार पाये गये है. ये आकडा इस साल मे जिन युवाओ ने परीक्षा पास की थी उन्हीके है. और इस हीसाब से आप हर साल का अनुमान लगा सकते है. हर राज्य के कितने युवा बेरोजगार हो सकते है. आज, हर कोई सरकारी नौकरी की तलाश में है। 138 करोड़ आबादी  के देश में, कोई गारंटी  है की हर एक शिक्षीत युवा को सरकारी नौकरी मिलेगी मेरे अंदाज से ये मुमकिन नहीं है कि सभी को सरकारी नौकरी मिलेगी हमारे सरकार के पास बेरोजगार लोगोका सही सर्वे का आकडा मिलना मुश्कील है पर हमारे देश से भी ज्यादा आबादी वाला देश चीन है जिसके पास वहॉ के युवाओ के बेरोजगारी का सही आकडा जारी करने वाली एजेंसीज है जो सरकार का सही काम करती है सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च महीने में चीन की बेरोजगारी दर 5.9 फीसदी रही। इस दर का मतलब है कि पिछले दिनों करीब 2.70 करोड़ लोगों की जॉब चली गई होगी। आज भी चीन जैसे ज्यादा आबादी वाले देश मे हमारे देश दे कही गुना कम बेरोजगारी है. इसका कारण अगर आप देखेंगे तो आपके समझ आयेगा. इसका मतलब ये नही  की परे आबादी को सरकारी जॉब है पर वहॉ के हर युवा अपनी उम्र सरकारी जॉब के लीये धुंढने के लीये बर्बाद नही करते.  बचपन से ऊन्हे सिखाया जाता है खुद कमावो खुद पढो और बचपन से उन्हे स्कुलो मे से  मार्केटींग की ट्रेनींग दि जाती है हमारे यहॉ युवाओ को मार्केटींग क्या है येही समज नही आता. तो हम अपना करीअर क्या करेंगे. आज विश्वभर के प्रगत देश भी मार्केटींग के बिझनेस मे अमेरीका,चायना,जपान, मॅक्सीको, थायलंड ,इंडोनिसिया, रशिया जैसे देश आज उतरे है. इसीलिये ये देश विश्व मे प्रगत हुवे है. आज मार्केटींग जैसे बिझनेस को हर देश ने बढावा दिया है आज  इंटरनेट पर सर्च करेंगे तो आपको पता चलेगा की भारत मे ही नही पुरे विश्वमे भी मार्कैटींग का बिजनेस फैल चुका है आज भारत मे TOP 10 MARKETING COMPANY मे आज 1 नंबर पर भारत की MI LIFE STYLE MARKETING GLOBAL Pvt Ltd है जो मार्केटींग के विश्वमे अपने कदम बढा चुकी है.

अब इस मानव प्राकृतिक आपदा में कोरोना जैसी महामारी ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है, जिसने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को नीचे ला दिया है। आज, हर कोई अमीरों की तरह जीवन जीना चाहता है। लेकिन हर कोई इसे आसानी से प्राप्त नहीं कर सकता है।

       सेंटर फॉर इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की निगरानी के अनुसार, कोरोना वायरस के  लिए लगाए गए एक लॉकडाउन के कारण अप्रैल में देश भर में 12 करोड़ से अधिक लोगों ने अपनी नौकरी खो दी। सीएमआईई के अनुसार, भारत की बेरोजगारी दर अब 27.1 प्रतिशत हो गई है। ये बेरोजगारी एक सर्वकालिक उच्चस्तर पर है। भारत की दर मौजूदा अमेरिकी बेरोजगारी दर से चार गुना अधिक है। भारत की कुल आबादी का लगभग 90% असंगठित क्षेत्र में काम करता है। लॉकडाउन का पहला झटका इस असंगठित क्षेत्र को लगा। पुरा निर्माण कार्य रुक गया और शहर में सार्वजनिक परिवहन बंद हो गया।
            संगठित क्षेत्र में कुल 12.2 करोड़ लोग अपनी नौकरी से हाथ धो बैठे। इनमें से 9.13 करोड़ छोटे व्यापारी और मजदूर थे। इस दौरान 1.78 करोड़ वेतनभोगी कर्मचारियों को अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा। इस अवधि में 1.82 करोड़ स्वरोजगार वाले भी बेरोजगार हो गए। अर्थव्यवस्था के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है। रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 25.5 करोड़ तक पहुंच जाएगी। 2019 में यह आंकड़ा 18.80 करोड़ था। वार्षिक विश्व रोजगार और सामाजिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में लगभग 285 मिलियन लोग हैं जिनके पास पर्याप्त रोजगार नहीं है। यानी लोगों को उतना काम नहीं दिया जाता जितना वे काम करते हैं। इसके अलावा, ऐसे लोग हैं जो काम की कमी के कारण काम की तलाश में रुक गए हैं। कुल मिलाकर, 47.3 करोड़ लोग ऐसे हैं जो या तो पूरी तरह से बेरोजगार हैं या उनके पास नौकरी नहीं है। यह आंकड़ा दुनिया के कर्मचारियों की संख्या का 13% है। ILO की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर के देशों में श्रमशक्ति, मजदूरी या भत्तों पर खर्च में गिरावट आई है। 2004 से 2017 तक आते आते इसमें 3% की कमी आई है। 2004 में, लागत 54% थी। 2017 में, यह 51% था। दुनिया भर में 15 से 24 साल के बीच के 26.7 करोड़ युवाओं की स्थिति बहुत कमजोर है। उन्हें अच्छी शिक्षा या प्रशिक्षण के अवसर नहीं मिल रहे हैं। इसलिए उनके पास कोई रोजगार नहीं है। विश्व बैंक के अनुसार, मशीनरी के उपयोग से भविष्य में भारत में रोजगार के अवसरों में 69% की कमी आएगी। मशीनरी के उपयोग ने भारत में बेरोजगारी को बढ़ाने में काफी हद तक योगदान दिया है। सरकार को मार्केटींग बिजनेस तथा श्रम प्रधान उद्योगों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। कौशल में रोजगार के अवसरों की कमी है जो एक सभ्य जीवन शैली की गारंटी देता है। दूसरी ओर, बुवाई, कटाई, निराई आदि। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएँ भी बड़े पैमाने पर बेरोजगार हैं क्योंकि मशीनों का उपयोग किया जाता है। क्युकि मनरेगा में कोई राज्य 100 दिनों तक महिलाओं को रोजगार नहीं देता है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक महिलाएं बेरोजगार रहती हैं। वास्तविक मजदूरी की स्थिरता और समय पर भुगतान करने में सरकार की अक्षमता ने जानबुझ के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को रोजगार योजनाओं से दूर रखा है।भारत में लोगों को अच्छी गुणवत्ता वाले रोजगार के एंव मार्केटींग बिजनेस के अवसर प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता है। उनके कौशल, सटीक औद्योगिक नीति और राष्ट्रीय रोजगार नीति का प्रमाण होना चाहिए। जो फीलहाल अभी तक भी नही हुआ है. 

लॉकडाउन के कारण से अधिक लोगों ने अपनी नौकरी खो देनी पडी. लोगो को नौकरी निकाल दिया गया जब लोगों को नौकरी से निकाल दिया जाता है, तो वे निराश हो जाते हैं और उन्हें लगाता है कि मालिकों ने उनके साथ धोखा किया है। बेरोज़गारी की वजह से लाखों लोग ऐसा महसूस करते हैं। आज की दुनिया में किसी भी चीज़ की कोई गारंटी नहीं।” कई महीनों तक नौकरी ढूँढ़ने की सारी कोशिशें बेकार जा सकती है।

आज, हर कोई सरकारी नौकरी की तलाश में है। 138 करोड़ आबादी के देश में, कोई गारंटी नहीं है कि सभी को सरकारी नौकरी मिलेगी और सरकारी नौकरी मिलने के बाद आप की आय Income कुछ हद तक सिमीत रहेगी. हम मिडिलक्लास के लोगोको आमतौर से क्लास 3 या क्लास 4 की ही Job पा लेते है. और Upper Class लोग Class-1 औरClass-2 की Job पा लेते है.

समझीये आप उम्र के 30 साल मे आप सरकारी नौकरी पे लग चुके और आपको अपने उम्र के 60 साल तक नौकरी करनी पडती है.  इसका मतलब आपको 30 साल तक Guaranty के साथ Security Job मिलने वाली है. पर वहा  भी आपको कडी मेहनत करनी पडती है. वो 8 घंटे की Job Compulsory है. वहा भी आपको  काम का टारगेट दिया जाता है जो आपको आज नही तो कल पुरा करना पडता है. पर आपको वहा Salary सिमीत ही मिलेगी. थौडी आगे पिछे हो सकती है. पर आपकी Salary Fix ही होगी.

नीचे हमारी सरकारी और गैर-सरकारी मिनिस्ट्री का वेतन है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं।

Below is the salary of our government and non-government ministration. From this you can guess.

(Government )-

Central / State


1(OPERATOR) प्रति घंटा -62 प्रति दिन -500 प्रतिमाह -15000 प्रतिसालाना-180000

2(CLASS-3/4) प्रतिघंटा -150 प्रतिदिन -1200 प्रतिमाह -36000 प्रतिसालाना-432000

3(TEACHER) प्रतिघंटा -225 प्रतिदिन -1800 प्रतिमाह -54000 प्रतिसालाना-648000

4(ACCONTANT) प्रतिघंटा -350 प्रतिदिन -2800 प्रतिमाह -84000 प्रतिसालाना-1008000

5(CLASS2) प्रतिघंटा -450 प्रतिदिन -3600 प्रतिमाह -108000 प्रतिसालाना-1296000

6(CLASS1) प्रतिघंटा -550 प्रतिदिन -4400 प्रतिमाह-132000 प्रतिसालाना-1584000

7(IAS/CEO-1) प्रतिघंटा -900 प्रतिदिन -7200 प्रतिमाह -216000 प्रतिसालाना-2592000


Semi Government/Non Government

1(HELPER)

प्रतिघंटा-25 प्रतिदिन-200 & प्रतिमाह-6000 &

प्रति सालाना-72000

2(FARM LABORER)

प्रतिघंटा40

प्रतिदिन-320

प्रतिमाह -9600

प्रतिसालाना-115200

3(COMPANY WORKAR)

प्रतिघंटा-60

प्रतिदिन -480

प्रतिमाह-14400

प्रति सालाना-172000

4(STREET VENDORS)

प्रतिदिन -600

प्रतिमाह -18000

प्रतिसालाना-216000

5(SHOPKEEPER)

प्रतिघंटा-200

प्रतिदिन-1600

प्रतिमाह-48000

प्रतिसालाना -576000

7(DOCTOR-1/ OTHER SERVICE)

प्रतिघंटा 500/1000

प्रतिदिन-4000/8000

प्रतिमाह-120000/240000

प्रतिसालाना-1440000/2880000