"गुरू अर्जुनदेव" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक

विकिपीडिया, मुक्‍त ज्ञानकोशातून
Content deleted Content added
छोNo edit summary
No edit summary
ओळ १९: ओळ १९:
[[nl:Goeroe Arjan]]
[[nl:Goeroe Arjan]]
[[nn:Guru Ardjan Dev]]
[[nn:Guru Ardjan Dev]]
[[ru:Гуру Арджан Дэв]]
[[simple:Guru Arjun Dev]]
[[simple:Guru Arjun Dev]]
[[sv:Guru Arjan Dev]]
[[sv:Guru Arjan Dev]]

२१:०५, २१ ऑक्टोबर २०१० ची आवृत्ती

चित्र:Dictation of the Guru Granth Saheb.jpg
गुरु अर्जुन देव गुरु ग्रंथ साहेब धर्मग्रंथाची रचना करताना

गुरु अर्जुनदेव हे शीख धर्माचे पाचवे गुरू होत.


मागील:
गुरू रामदास
गुरू अर्जुनदेव
-
पुढील:
गुरू हरगोबिंद
 
शिखांचे अकरा गुरू

गुरू नानकदेव | गुरू अंगददेव | गुरू अमरदास | गुरू रामदास | गुरू अर्जुनदेव | गुरू हरगोबिंद | गुरू हर राय | गुरू हरकिशन | गुरू तेगबहादूर | गुरू गोबिंदसिंग | (यानंतर गुरू ग्रंथसाहिब ग्रंथास कायमस्वरूपी गुरू मानले जाते.)