"भारतामधील उच्च न्यायालयांची यादी" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक

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|[[३१ ऑक्टोबर]] [[इ.स. १९६६|१९६६]]
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| ''दिल्ली उच्च न्यायालय अधिनियम, १९६६''
| ''दिल्ली उच्च न्यायालय अधिनियम, १९६६''
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| ''पत्र अधिकार-दान-पत्र'' काश्मीरचे महाराजा यांनी जारी.
| ''पत्र अधिकार-दान-पत्र'' काश्मीरचे महाराजा यांनी जारी.
| [[जम्मू आणि काश्मीर]]
| [[जम्मू आणि काश्मीर]]
| [[श्रीनगर]] & [[जम्मू]]<ref name="jk">श्रीनगर हे उन्हाळी राजधानी तर जम्मू हे हिवाळी राजधानी आहे.</ref>
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| १८८४
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| ''म्हैसूर उच्च न्यायालय अधिनियम, १८८४''
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| bgcolor=#C1E0FF | '''[[केरळ उच्च न्यायालय]]'''<ref name="केरळ">त्रावणकोर-कोचीन उच्च न्यायालयाची स्थापना [[जुलै ७]] [[इ.स. १९४९|१९४९]] साली एर्नाकुलम येथे करण्यात आली. केरळ राज्याची स्थापना राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६ च्या मार्फत करण्यात आली. या अधिनियमाने त्रावणकोर-कोचीन उच्च न्यायालय बरखास्त करून केरळ उच्च न्यायालयाची स्थापना केली.</ref>
| bgcolor=#C1E0FF | '''[[केरळ उच्च न्यायालय]]'''<ref name="केरळ">त्रावणकोर-कोचीन उच्च न्यायालयाची स्थापना [[जुलै ७]] [[इ.स. १९४९|१९४९]] साली अर्नाकुलम येथे करण्यात आली. केरळ राज्याची स्थापना राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६च्या मार्फत करण्यात आली. या अधिनियमाने त्रावणकोर-कोचीन उच्च न्यायालय बरखास्त करून केरळ उच्च न्यायालयाची स्थापना झाली.</ref>
| १९५६
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| ''राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६''
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| bgcolor=#C1E0FF | '''[[मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय]]'''<ref name="मप">भारत सरकार अधिनियम, १९३५ प्रमाणे नागपूर येथे उच्च न्यायालयची स्थापना झाली होती. राज्य पुनर्गठन नंतर हे उच्च न्यायालय १९५६ साली जबलपूर येथे स्थालांतरीत करण्यात आले.</ref>
| bgcolor=#C1E0FF | '''[[मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय]]'''<ref name="मप">भारत सरकार अधिनियम, १९३५ प्रमाणे नागपूर येथे उच्च न्यायालयची स्थापना झाली होती. राज्य पुनर्रचनेनंतर हे उच्च न्यायालय १९५६ साली जबलपूर येथे स्थालांतरित करण्यात आले.</ref>
|[[२ जानेवारी]] [[इ.स. १९३६|१९३६]]
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| ''भारत सरकार अधिनियम, १९३५''
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|[[१५ ऑगस्ट]] [[इ.स. १८६२|१८६२]]
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| ''उच्च न्यायालय अधिनियम, १८६१''
| ''उच्च न्यायालय अधिनियम, १८६१''
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| ''ओरिसा उच्च न्यायालय आदेश, १९४८''
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| ''भारत सरकार अधिनियम, १९१५''
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|[[८ नोव्हेंबर]] [[इ.स. १९४७|१९४७]]
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| ''उच्च न्यायालय (पंजाब) आदेश, १९४७''
| ''उच्च न्यायालय (पंजाब) आदेश, १९४७''
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| bgcolor=#C1E0FF | '''[[सिक्किम उच्च न्यायालय]]'''
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| ''[[३८ वे संशोधन भारतीय संविधानातील]]''
| ''[[३८ वे संशोधन भारतीय राज्यघटनेतील]]''
| [[सिक्किम]]
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| [[गंगटोक]]
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२०:४२, २ मार्च २०२१ ची आवृत्ती

भारत देशाची न्यायव्यवस्था राष्ट्रीय पातळीवर सर्वोच्च न्यायालय व राज्य पातळीवर 24 उच्च न्यायालयांवर आधारित आहे. ह्या उच्च न्यायालयांचा अंमल एक व अधिक राज्येकेंद्रशासित प्रदेशांवर असू शकतो. ह्या सर्व उच्च न्यायालयांमधील न्यायाधीशांची नियुक्ति राष्ट्रपती सरन्यायाधीशांच्या सल्ल्याने करतो.

रचना

मुख्य न्यायाधीश आणि राज्याच्या राज्यपाल यांच्याशी सल्लामसलत करून उच्च न्यायालयात न्यायाधीशांची नेमणूक राष्ट्रपती करतात. उच्च न्यायालयांचे नेतृत्व मुख्य न्यायाधीश करतात. मुख्य न्यायाधीश चौदावा (त्यांच्या संबंधित राज्यांत) आणि सतराव्या क्रमांकाच्या (त्यांच्या संबंधित राज्यांच्या बाहेरील) भारतीय प्राधान्याच्या आदेशानुसार. गेल्या पाच वर्षात मुख्य खटल्यांच्या सरासरी संस्थेचे राष्ट्रीय सरासरीने विभाजन करून किंवा उच्च न्यायालयात दर वर्षी न्यायाधीशांच्या मुख्य खटल्यांच्या निकालाचे सरासरी दर जे उच्च आहे त्यापैकी कोर्टाच्या न्यायाधीशांची संख्या निश्चित केली जाते.gghhhhh

यादी

न्यायालय स्थापित स्थापित अधिनियम न्यायक्षेत्र स्थान मंच न्यायाधीश.
अलाहाबाद उच्च न्यायालय[१] ११ जून १८६६ उच्च न्यायालय अधिनियम, १८६१ उत्तर प्रदेश अलाहाबाद लखनौ ९५
आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ५ जुलै १९५४ आंध्र राज्य अधिनियम, १९५३ आंध्र प्रदेश हैदराबाद   ३९
मुंबई उच्च न्यायालय १४ ऑगस्ट १८६२ उच्च न्यायालय अधिनियम, १८६१ महाराष्ट्र, गोवा, दादरा आणि नगर-हवेली, दमण आणि दीव. मुंबई नागपूर, पणजी, औरंगाबाद ६०
कलकत्ता उच्च न्यायालय २ जुलै १८६२ उच्च न्यायालय अधिनियम, १८६१ पश्चिम बंगाल, अंदमान आणि निकोबार कलकत्ता पोर्ट ब्लेयर (क्षेत्र मंच) ६३
छत्तीसगढ उच्च न्यायालय ११ जानेवारी २००० मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, २००० छत्तीसगढ बिलासपुर   ०८
दिल्ली उच्च न्यायालय[२] ३१ ऑक्टोबर १९६६ दिल्ली उच्च न्यायालय अधिनियम, १९६६ राष्ट्रीय राजधानी प्रदेश (दिल्ली) नवी दिल्ली   ३६
गुवाहाटी उच्च न्यायालय[३] १ मार्च १९४८ भारत सरकार अधिनियम, १९३५ अरुणाचल प्रदेश, आसाम, नागालॅंड, मिझोरम गुवाहाटी कोहिमा, ऐझॉलइटानगर २७
गुजरात उच्च न्यायालय १ मे १९६० बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम, १९६० गुजरात अमदावाद   ४२
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय १९७१ हिमाचल प्रदेश अधिनियम, १९७० हिमाचल प्रदेश सिमला  
जम्मू आणि काश्मीर उच्च न्यायालय २८ ऑगस्ट १९४३ पत्र अधिकार-दान-पत्र काश्मीरचे महाराजा यांनी जारी. जम्मू आणि काश्मीर श्रीनगर & जम्मू[४]   १४
झारखंड उच्च न्यायालय २००० बिहार पुनर्गठन अधिनियम, २००० झारखंड रांची   १२
कर्नाटक उच्च न्यायालय[५] १८८४ म्हैसूर उच्च न्यायालय अधिनियम, १८८४ कर्नाटक बंगळूर क्षेत्र मंच: हुबळी-धारवाड व गुलबर्गा ४०
केरळ उच्च न्यायालय[६] १९५६ राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६ केरळ, लक्षद्वीप कोची   ४०
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय[७] २ जानेवारी १९३६ भारत सरकार अधिनियम, १९३५ मध्य प्रदेश जबलपुर ग्वाल्हेर, इंदूर ४२
मद्रास उच्च न्यायालय १५ ऑगस्ट १८६२ उच्च न्यायालय अधिनियम, १८६१ तमिळनाडू, पाँडिचेरी चेन्नई मदुरा ४७
ओरिसा उच्च न्यायालय ३ एप्रिल १९४८ ओरिसा उच्च न्यायालय आदेश, १९४८ ओरिसा कटक   २७
पाटणा उच्च न्यायालय २ सप्टेंबर १९१६ भारत सरकार अधिनियम, १९१५ बिहार पाटणा   ४३
पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय[८] ८ नोव्हेंबर १९४७ उच्च न्यायालय (पंजाब) आदेश, १९४७ पंजाब, हरियाणा, चंदीगड चंदीगड   ५३
राजस्थान उच्च न्यायालय २१ जून १९४९ राजस्थान उच्च न्यायालय अध्यादेश, १९४९ राजस्थान जोधपूर जयपूर ४०
सिक्कीम उच्च न्यायालय १९७५ ३८ वे संशोधन भारतीय राज्यघटनेतील सिक्कीम गंगटोक   ०३
उत्तराखंड उच्च न्यायालय २००० उत्तर प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, २००० उत्तराखंड नैनिताल   ०९
मणिपूर उच्च न्यायालय २५ मार्च २०१३ ईशान्य क्षेत्र पुनर्गठन अधिनियम, २०१२ मणिपूर इम्फाळ  
मेघालय उच्च न्यायालय २५ मार्च २०१३ ईशान्य क्षेत्र पुनर्गठन अधिनियम, २०१२ मेघालय शिलॉंग  
त्रिपुरा उच्च न्यायालय २६ मार्च २०१३ ईशान्य क्षेत्र पुनर्गठन अधिनियम, २०१२ त्रिपुरा [[आगरताळा]  

संदर्भ

  1. ^ मूलतः आग्रा येथे स्थापित. १८७५ साली अलाहाबादला स्थानांतरित.
  2. ^ लाहौर उच्च न्यायालय स्थापित २१ मार्च १९१९. न्यायक्षेत्र पंजाब प्रांत व दिल्ली. ११ ऑगस्ट १९४७ मध्ये वेगळे पंजाब उच्च न्यायालय भारतीय स्वतंत्र अधिनियमप्रमाणे सिमला येथे स्थापित करण्यात आले. ह्या उच्च न्यायालयाचे न्यायक्षेत्र पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेशहरियाणा होते. १९६६ साली पंजाब राज्याच्या पुनर्रचनेमध्ये या न्यायालयास पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय हे नाव दिले गेले. ३१ ऑक्टोबर १९६६मध्ये दिल्ली उच्च न्यायालयाची स्थापना करून त्याचे स्थान सिमला येथे ठेवण्यात आले.
  3. ^ मूलतः नाव आसाम व नागालॅंड उच्च न्यायालय. १९७१ साली पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, १९७१ प्रमाणे नाव गुवाहाटी उच्च न्यायालय ठेवण्यात आले.
  4. ^ श्रीनगर ही काश्मीरची उन्हाळी राजधानी तर जम्मू ही हिवाळी राजधानी आहे.
  5. ^ मुळात, म्हैसूर उच्च न्यायालय. १९७३ साली नाव बदलून कर्नाटक उच्च न्यायालय ठेवण्यात आले.
  6. ^ त्रावणकोर-कोचीन उच्च न्यायालयाची स्थापना जुलै ७ १९४९ साली अर्नाकुलम येथे करण्यात आली. केरळ राज्याची स्थापना राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६च्या मार्फत करण्यात आली. या अधिनियमाने त्रावणकोर-कोचीन उच्च न्यायालय बरखास्त करून केरळ उच्च न्यायालयाची स्थापना झाली.
  7. ^ भारत सरकार अधिनियम, १९३५ प्रमाणे नागपूर येथे उच्च न्यायालयची स्थापना झाली होती. राज्य पुनर्रचनेनंतर हे उच्च न्यायालय १९५६ साली जबलपूर येथे स्थालांतरित करण्यात आले.
  8. ^ मूलतः पंजाब उच्च न्यायालय नंतर १९६६ साली त्याचे नामकरन पंजाब व हरयाणा उच्च न्यायालय करण्यात आले.