"गुरू अर्जुनदेव" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
Content deleted Content added
छो सांगकाम्या: 17 इतर भाषातील दुव्यांचे विलिनीकरण, आता विकिडेटावर उपलब्ध d:q369920 |
V.narsikar (चर्चा | योगदान) No edit summary |
||
ओळ १: | ओळ १: | ||
'''गुरु अर्जुनदेव''' हे [[शीख]] धर्माचे पाचवे [[गुरू]] होत. |
'''गुरु अर्जुनदेव''' हे [[शीख]] धर्माचे पाचवे [[गुरू]] होत. |
||
{{विस्तार}} |
|||
{{शीख गुरू |
{{शीख गुरू |
||
|नाव= {{लेखनाव}} |
|नाव= {{लेखनाव}} |
१७:४९, १९ सप्टेंबर २०१३ ची आवृत्ती
गुरु अर्जुनदेव हे शीख धर्माचे पाचवे गुरू होत.
हा लेख/विभाग स्वत:च्या शब्दात विस्तार करण्यास मदत करा. |
मागील: गुरू रामदास |
गुरू अर्जुनदेव - |
पुढील: गुरू हरगोबिंद |
शिखांचे अकरा गुरू | ||
गुरू नानकदेव | गुरू अंगददेव | गुरू अमरदास | गुरू रामदास | गुरू अर्जुनदेव | गुरू हरगोबिंद | गुरू हर राय | गुरू हरकिशन | गुरू तेगबहादूर | गुरू गोबिंदसिंग | (यानंतर गुरू ग्रंथसाहिब ग्रंथास कायमस्वरूपी गुरू मानले जाते.) |