"गृहस्थाश्रम" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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०७:४६, १२ फेब्रुवारी २०१३ ची आवृत्ती
गृहस्थाश्रम हा प्राचीन हिंदू समाजव्यवस्थेनुसार माणसाच्या आयुष्याचा दुसरा भाग आहे. हा काल साधारणतः आयुष्याच्या २५-५० वर्षे या कालखंडात असतो. या कालखंडात प्रत्येक व्यक्तीने आपल्या कुवतीनुसार अर्थग्रहण व कुटुंबपालन करणे अपेक्षित होते.
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प्राचीन हिंदू समाजव्यवस्थेतील चार आश्रम | |
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