"गुरू अर्जुनदेव" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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[[File:Dictation of the Guru Granth Saheb.jpg|thumb|right|गुरु अर्जुन देव [[गुरु ग्रंथ साहेब]] धर्मग्रंथाची रचना करताना]] |
[[File:Dictation of the Guru Granth Saheb.jpg|thumb|right|गुरु अर्जुन देव [[गुरु ग्रंथ साहेब]] धर्मग्रंथाची रचना करताना]] |
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'''गुरु |
'''गुरु अर्जुनदेव''' हे [[शीख]] धर्माचे पाचवे [[गुरू]] होत. |
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{{शीख गुरू |
{{शीख गुरू |
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ओळ ८: | ओळ ८: | ||
|पुढील = गुरू हरगोबिंद |
|पुढील = गुरू हरगोबिंद |
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[[वर्ग:शीख गुरू| |
[[वर्ग:शीख गुरू|अर्जुनदेव]] |
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[[ar:الغورو أرجان]] |
[[ar:الغورو أرجان]] |
२०:५५, ३० ऑगस्ट २०१० ची आवृत्ती
गुरु अर्जुनदेव हे शीख धर्माचे पाचवे गुरू होत.
मागील: गुरू रामदास |
गुरू अर्जुनदेव - |
पुढील: गुरू हरगोबिंद |
शिखांचे अकरा गुरू | ||
गुरू नानकदेव | गुरू अंगददेव | गुरू अमरदास | गुरू रामदास | गुरू अर्जुनदेव | गुरू हरगोबिंद | गुरू हर राय | गुरू हरकिशन | गुरू तेगबहादूर | गुरू गोबिंदसिंग | (यानंतर गुरू ग्रंथसाहिब ग्रंथास कायमस्वरूपी गुरू मानले जाते.) |