"आराध्यवृक्ष" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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१९:१८, २८ जुलै २००९ ची आवृत्ती
ज्या वृक्षाची आराधना/पूजा केली जाते तो आराध्यवृक्ष होय.भारतिय पंचागानुसार, ज्या नक्षत्रावर माणसाचा जन्म होतो ते त्याचे जन्म नक्षत्र होय. अशी एकुण २७ नक्षत्रे आहेत. त्या प्रत्येक नक्षत्राचा एक आराध्यवृक्ष आहे.[१] संकटकाळी व तब्येत खराब झाली तर आराध्यवृक्षाची आराधना फलदायी होते. आयुर्वेदानुसार,प्रत्येक वृक्ष हा कोणत्या ना कोणत्या स्वरुपात औषधीच आहे. विशीष्ट नक्षत्रावर जन्मलेल्या व्यक्तिसाठी विशीष्ट वृक्षाची आराधना ही फलदायी होते. किमान २१ दिवस वृक्षाची आराधना करावी.हे आराध्यवृक्ष देवतासमान असल्यामुळे त्या त्या जन्मनक्षत्रवाल्या व्यक्तिंनि त्याला औषधासाठीहि तोडु नये. याच तत्वावर, भारतात जागोजागी नक्षत्र उद्यान निर्माण होत आहेत.[२]
वेगवेगळ्या जन्मनक्षत्रासाठी असलेले आराध्यवृक्ष
नक्षत्र | आराध्यवृक्ष | संस्कृत | हिंदी | बंगाली | गुजराती | मळ्यालम् | तामिळ | तेलगु | इंग्रजी | लॅटीन |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
अश्विनी | कुचला | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
भरणी | आवळा | आमलकी | आमल/ अमरो | आमलकी | आमळानुं झाड | आमलकं नेल्लि | नेल्लिमार | उसरकाय वेल्ली | Emblic myroblan | Phylanthus Amblica |
कृत्तिका | ऊंबर | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
रोहिणी | जांभुळ | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
मृग | खैर | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
आर्द्रा | कृष्णागरु | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
पुनर्वसु | वेळु | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
पुष्य | पिंपळ | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
आश्लेशा | नागचाफा | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
मघा | वड | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
पूर्वा | पळस | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
उत्तरा | पायरी | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
हस्त | जाई | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
चित्रा | बिल्व(बेल) | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
स्वाती | अर्जुन वृक्ष | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
विशाखा | नागकेशर | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
अनुराधा | नागकेशर | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
जेष्ठा | सांवर | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
मुळ | राळ | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
पुर्वाषाढा | वेत | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
उत्तराषाढा | फणस | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
श्रवण | रुई | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
धनिष्ठा | शमी | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
शततारका | कळंब वृक्ष | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
पुर्वाभाद्रपदा | आंबा | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
उत्तराभाद्रपदा | कडुलिंब | निम्ब/ तिक्तक/ अरिष्ट | नीम | नीमगाछ | लींबडो | वेप्पु/ अतितिक्त | कड्डपगै/ अरुलुंदी | निम्बमु | Indian Lilak | Azadirachta Indica |
रेवती | मोह | - | - | - | - | - | - | - | - | - |
संदर्भ
- ^ नक्षत्रदेवता आणी वृक्ष
- ^ [wikimapia.org/2040723/Nakshatra-van ]