"शंकर केशव कानेटकर" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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| जन्म_स्थान = सातारा |
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| मृत्यू_स्थान = पुणे |
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| वडील_नाव = केशव कानेटकर |
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०९:०७, ६ डिसेंबर २०१७ ची आवृत्ती
कवी गिरीश | |
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जन्म नाव | शंकर केशव कानेटकर |
टोपणनाव | गिरीश |
जन्म |
ऑक्टोबर २८, इ.स. १८९३ सातारा |
मृत्यू |
डिसेंबर ४, इ.स. १९७३ पुणे |
राष्ट्रीयत्व | भारतीय |
कार्यक्षेत्र | साहित्य |
भाषा | मराठी |
साहित्य प्रकार | कविता |
वडील | केशव कानेटकर |
अपत्ये | नाटककार वसंत कानेटकर व मुंबई आकाशवाणीवरील भूतपूर्व अधिकारी आणि गायक मधुसूदन कानेटकर |
शंकर केशव कानेटकर ऊर्फ कवी गिरीश (ऑक्टोबर २८, इ.स. १८९३:सातारा, महाराष्ट्र, भारत - डिसेंबर ४, इ.स. १९७३) हे मराठी कवी होते. साताऱ्यात जन्मलेल्या कानेटकरांनी फर्ग्युसन व विलिंग्डन या कॉलेजांतून अध्यापन केले. ते मुधोजी हायस्कूल, फलटण या शाळेचे प्राचार्य होते. त्यांनी अनेक प्रसिद्ध कविता फलटण मुक्कामी रचल्या आहेत.[१] कवी गिरीश हे रविकिरण मंडळाचे एक प्रमुख सदस्य होते.
कवी गिरीश यांचे ५ काव्यसंग्रह आहेत. त्याशिवाय त्यांनी चार स्वरचित खंडकाव्ये व टेनिसनच्या ’इनॉक आर्डेन’चा ’अनिकेत’ हा काव्यानुवाद केला. माधव ज्युलियन यांचे चरित्र त्यांनी लिहिले, तर रेव्हरंड ना.वा. टिळक यांच्या ख्रिस्तायनची प्रत संपादित केली.
लेखन
- कांचनगंगा (काव्यसंग्रह)
- चंद्रलेखा (काव्यसंग्रह)
- फलभार (काव्यसंग्रह)
- बालगीत (काव्यसंग्रह)
- सोनेरी चांदणे (काव्यसंग्रह)
- कवी यशवंत आणि गिरीश यांच्या एकत्रित कवितांचे ‘वीणाझंकार’ व ‘यशो-गौरी’ या नावांचे दोन कवितासंग्रह आहेत.[२]
- माधव ज्यूलियन यांचे ‘स्वप्नलहरी’ तसेच रेव्हरंड ना.वा. टिळक यांचे ‘ख्रिस्तायन’ या ग्रंथांचे संपादन.
संदर्भ
- ^ http://www.phaltancommunity.com/smrutigandha.html. २०११-०३-१७ रोजी पाहिले. Missing or empty
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(सहाय्य) - ^ संजय वझरेकर (२८ ऑक्टोबर २०१३). नवनीत : आजचे महाराष्ट्रसारस्वत. लोकसत्ता. ३१ ऑक्टोबर २०१३ रोजी पाहिले.