"जैन धर्म" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक

विकिपीडिया, मुक्‍त ज्ञानकोशातून
Content deleted Content added
छो r2.7.3) (सांगकाम्याने वाढविले: pms:Jainism
इतर भाषांचे विलिनीकरण (थेट विकिडाटा)
ओळ ४९: ओळ ४९:


[[वर्ग:जैन धर्म]]
[[वर्ग:जैन धर्म]]

[[af:Djainisme]]
[[als:Jainismus]]
[[an:Chainismo]]
[[ar:جاينية]]
[[arz:جاينيه]]
[[as:জৈন ধৰ্ম]]
[[ast:Xainismu]]
[[az:Caynizm]]
[[bat-smg:Džainėzmos]]
[[be:Джайнізм]]
[[be-x-old:Джайнізм]]
[[bg:Джайнизъм]]
[[bn:জৈন ধর্ম]]
[[bo:གཅེར་བུ་བའི་ཆོས་ལུགས།]]
[[br:Jainegezh]]
[[bs:Jainizam]]
[[ca:Jainisme]]
[[cs:Džinismus]]
[[cy:Jainiaeth]]
[[da:Jainisme]]
[[de:Jainismus]]
[[dv:ޖައިނިޒަމް]]
[[el:Τζαϊνισμός]]
[[en:Jainism]]
[[eo:Ĝajnismo]]
[[es:Jainismo]]
[[et:Džainism]]
[[eu:Jainismo]]
[[fa:جین (دین)]]
[[fi:Jainalaisuus]]
[[fiu-vro:Džainism]]
[[fr:Jaïnisme]]
[[frp:J·ayinismo]]
[[fur:Jainisim]]
[[fy:Jaïnisme]]
[[gl:Xainismo]]
[[gu:જૈન ધર્મ]]
[[he:ג'ייניזם]]
[[hi:जैन धर्म]]
[[hif:Jainism]]
[[hr:Džainizam]]
[[hu:Dzsainizmus]]
[[hy:Ջայնիզմ]]
[[id:Jainisme]]
[[is:Jaínismi]]
[[it:Giainismo]]
[[ja:ジャイナ教]]
[[jbo:lijdrdjaina]]
[[jv:Jainisme]]
[[ka:ჯაინიზმი]]
[[kk:Джайнизм]]
[[kn:ಜೈನ ಧರ್ಮ]]
[[ko:자이나교]]
[[ky:Жайнычылык]]
[[la:Iainismus]]
[[lad:Djainizmo]]
[[lb:Jainismus]]
[[lmo:Jainism]]
[[lt:Džainizmas]]
[[lv:Džainisms]]
[[mk:Џаинизам]]
[[ml:ജൈനമതം]]
[[mn:Жайнизм]]
[[ms:Jainisme]]
[[mwl:Jainismo]]
[[my:ဂျိန်းဘာသာ]]
[[nds:Dschainismus]]
[[ne:जैन धर्म]]
[[new:जैन धर्म]]
[[nl:Jaïnisme]]
[[nn:Djainismen]]
[[no:Jainisme]]
[[oc:Jaïnisme]]
[[or:ଜୈନ ଧର୍ମ]]
[[pa:ਜੈਨ ਧਰਮ]]
[[pih:Jainism]]
[[pl:Dźinizm]]
[[pms:Jainism]]
[[pnb:جین مت]]
[[ps:جاينيزم]]
[[pt:Jainismo]]
[[ro:Jainism]]
[[ru:Джайнизм]]
[[rue:Джайнізм]]
[[sa:जैनदर्शनम्]]
[[sah:Дьайнизм]]
[[sco:Jainism]]
[[sh:Džainizam]]
[[simple:Jainism]]
[[sk:Džinizmus]]
[[sl:Džainizem]]
[[sr:Ђаинизам]]
[[sv:Jainism]]
[[sw:Ujain]]
[[ta:சமணம்]]
[[te:జైన మతము]]
[[th:ศาสนาเชน]]
[[tl:Hainismo]]
[[tr:Jainizm]]
[[uk:Джайнізм]]
[[ur:جین مت]]
[[vi:Đạo Jaina]]
[[war:Jainismo]]
[[yi:דזשייניזם]]
[[zh:耆那教]]

१७:२०, १० मार्च २०१३ ची आवृत्ती

जैन धर्म

This article is part of a series on जैन धर्म
प्रार्थना आणि प्रतिज्ञा
नवकार मंत्र · अहिंसा ·
ब्रम्हचर्य · सत्य · निर्वाण ·
अस्तेय · अपरिग्रह · अनेकान्तवाद
कळीच्या संकल्पना
केवलज्ञान · त्रैलोक्यविज्ञान · संसार ·
कर्म · धर्म · मोक्ष ·
गुणस्थान · नवतत्व
प्रमुख व्यक्ती
२४ तिर्थंकर · रिषभ ·
महावीर · आचार्य  · गंगाधर ·
सिद्धसेन दिवाकर · हरीभद्र
क्षेत्रानुसार जैन धर्म
भारत · पाश्चिमात्य
पंथ
श्वेतांबर · दिगांबर · तेरापंथी ·
Early Jainist schools · स्थानकवास ·
बिसापंथ · डेरावासी
मजकूर
कल्पसूत्र · Agama ·
Tattvartha Sutra · सन्मती प्रकरण
इतर
Timeline · विषयांची यादी
ब्रीदवाक्य
Parasparopagraho Jīvānām परस्परोपग्रहो जीवानाम्[मराठी शब्द सुचवा]
या साचाचे संपादन
(संपादन · बदल)

जैन धर्म दालन
 v • d • e 

जैन धर्मातील तत्त्वे

  • जीव -जैन धर्मानुसार जीव हा चैतन्यमय आहे. जीव अविनाशी आहे. जीव हा देव,मनुष्य, पक्षी,पशु इ. विविध जन्म घेतो.
  • अजीव - अजीवाचे धर्म, अधर्म,आकाश,पुदगल, काल, हे पाच प्रकार आहेत.अजीव हे चैतन्यविरहित आहे.जीव व पाच प्रकारचे मिळून सहा द्रव्ये तयार होतात. जैनांच्या मते कोणत्याही द्रव्याची तीन अंगे असतात. जैन दर्शनाव्यतिरिक्त इतर कोणत्याही दर्शनात धर्म व अधर्म हे अजीव पदार्थ मानलेले नाहीत.
  • पाप-पुण्य- पुण्य म्हणजे,जीवाशी संबंध असलेला व जीवाला स्वर्ग, ऐश्वर्य,इ.चांगले फळ मिळवून देणारा कर्म समुदाय. पाप म्हणजे पुण्याच्य विपरीत असा कर्मसमुदाय त्याची ८२ कारणे आहेत.त्यांनाच 'आश्रव' असे नाव आहे.
  • ज्ञान-जैन तत्वानुसार ज्ञान दोन प्रकारचे असते. परोक्ष व अपरोक्ष. अपरोक्ष ज्ञान आत्मा कर्मबंधनातून मुक्त झाल्यावर प्राप्त होते.परोक्ष ज्ञान म्हणजे मन किंवा इंद्रियाद्वारा वस्तूंचे प्राप्त होणारे ज्ञान.
  • स्यादवाद - एखाद्या वस्तुसंबंधी किंवा विषयासंबंधी विचार करतांना ७ वेगवेगळ्या प्रकारे तो विचार मांडता येतो.हा सिद्धांत सप्तभंगी सिद्धांत म्हणून ओळखला जातो.

आहिसा या पर्मो धर्म हा मुख नियम या धर्मथ मन्ल जात आहे सदच्हर

  • (अ) स्यादस्ति = शक्य आहे, की ते आहे,
  • (ब)स्यान्नास्ति = शक्य आहे, की ते नाही,
  • (क) स्यादस्ति च नास्ति च = शक्य आहे, की ते आहे, आणि ते नाही,
  • (ड) स्यादव्यक्तव्यम् = शक्य आहे, की ते अवक्तव्य आहे,
  • (इ) स्यादस्ति च अव्यक्तव्यं च = शक्य आहे, की ते आहे, आणि अवक्तव्य आहे,
  • (ई) स्यान्नास्ति च अव्यक्तव्यं च = शक्य आहे, की ते नाही, आणि अवक्तव्य आहे,
  • (उ) स्यादस्ति च नास्ति चाव्यक्तं च = शक्य आहे, की ते आहे, नाही, आणि अवक्तव्य आहे.


पंचमहाव्रते

  • अहिंसा -
  • सत्य -
  • अस्तेय -
  • ब्रह्मचर्य -
  • अपरिग्रह

1.अहिँसा :अहिँसा म्हणजे कुण्याहि प्राण्याला काया,वाचा, मन याने दुख: न देने. 2.सत्य:सत्य म्हणजे खरे बोलणे. पण,खरे हे मृदु व सौम्य असावे. 3.अस्तेय:अस्तेय म्हणजे चोरी न करणे. 4.ब्रम्हचर्य:ब्रम्हचर्य म्हणजे काया वाचा मना ने काम वासने ला थाडा न देने. 5. अपरिग्रह: कोणत्याही वस्तु चा साठा न करणे. from nikhil pakhode

तीन गुणव्रते

  • दिग्व्रत -
  • कालाव्रत -
  • अनर्थदंडव्रत

चार शिक्षाव्रते

  • सामायिक
  • प्रोषधोपवास
  • भोगोपभोग परिणाम
  • अतिथी संविभाग


जैन धर्मातील पंथ

  • दिगंबर पंथ -
                 * bis पंथ -
                 * tera पंथ -
  • श्वेतांबर पंथ -