नागपूर जिल्हा
| नागपूर जिल्हा (संत्र्यांचा जिल्हा) | |
| महाराष्ट्र राज्यातील जिल्हा | |
| देश | |
| राज्य | महाराष्ट्र |
| विभागाचे नाव | नागपूर विभाग |
| मुख्यालय | नागपूर |
| तालुके | १.नागपूर (शहर) , २.नागपूर-ग्रामीण, ३.काटोल, ४.कळमेश्वर, ५.नरखेड, ६.सावनेर, ७.पारशिवनी, ८.रामटेक, ९.हिंगणा, १०.मौदा, ११.कामठी, १२.उमरेड, १३.भिवापूर १४.कुही |
| क्षेत्रफळ | |
| - एकूण | ९,८९७ चौरस किमी (३,८२१ चौ. मैल) |
| लोकसंख्या | |
| -एकूण | ४६,५३,१७१ (२०११) |
| -लोकसंख्या घनता | ४७० प्रति चौरस किमी (१,२०० /चौ. मैल) |
| -शहरी लोकसंख्या | ६४.२६% |
| -साक्षरता दर | ८९.२५% |
| -लिंग गुणोत्तर | १.०५ ♂/♀ |
| प्रशासन | |
| -जिल्हाधिकारी | डॉ. विपीन (इटनकर) |
| -लोकसभा मतदारसंघ | नागपूर, रामटेक |
| -विधानसभा मतदारसंघ | १.नागपूर (दक्षिण पश्चिम), २.नागपूर (मध्य), ३. नागपूर-पूर्व, ४. नागपूर-पश्चिम, ५.नागपूर-दक्षिण, ६.नागपूर-उत्तर, ७.काटोल, ८.हिंगणा, ९.कामठी, १०.रामटेक, ११.उमरेड, १२.सावनेर |
| -खासदार | नागपूर : नितीन गडकरी रामटेक : श्यामलाल बर्वे |
| पर्जन्य | |
| -वार्षिक पर्जन्यमान | १,२०५ मिलीमीटर (४७.४ इंच) |
| संकेतस्थळ | |

नागपूर जिल्हा हा महाराष्ट्र राज्याच्या विदर्भ विभागात मोडतो. हा नागपूर जिल्हा हा भारताच्या जवळजवळ मध्यभागी असून, भारताचा शून्य (0) मैलाचा दगड नागपूर शहरात आहे. देशच्या मध्यभागात असल्याने देशातील महत्त्वाचे लोहमार्ग व महामार्ग नागपूर जिल्ह्यातून जातात. नागपूर शहर हे महाराष्ट्र राज्याची उपराजधानी आहे.
तक्तायुक्त संक्षिप्त माहिती
[संपादन]| सांख्यिकी तपशील | |
|---|---|
| जिल्हा परिषद | नागपूर जिल्हा परिषद |
| पंचायत समिती (१३) | १. नागपूर(ग्रामीण) २. मौदा ३. रामटेक ४. पारशिवणी ५. हिंगणा ६. उमरेड ७. कुही ८. भिवापूर ९. नरखेड १०. काटोल ११. कळमेश्वर १२. कामठी १३. भिवापूर |
| विधानसभा मतदारसंघ (१२) | १. नागपूर (दक्षिण-पश्चिम) २. काटोल ३. सावनेर ४. कामठी ५. हिंगणा ६. उमरेड ७. रामटेक ८. नागपूर (पूर्व) ९. नागपूर(पश्चिम) १०. नागपूर (दक्षिण) ११. नागपूर (उत्तर) १२. नागपूर (मध्य) |
| उपविभागीय कार्यालये (८) | १.नागपूर(शहर) २. नागपूर(ग्रामीण) ३. मौदा ४. काटोल ५. सावनेर ६. उमरेड ७. रामटेक ८. कळमेश्वर |
| नगर पंचायती (१४) | १. कुही २. मौदा ३. हिंगणा ४. भिवापूर ५. पारशिवणी ६. महादूला (ता.कामठी) ७. येरखेडा ८. कोंढाळी (ता.काटोल) ९. बहादूरा १०. कांद्री (कन्हान) ११. बिडगाव-तरोडी(खु.) -पांढुर्णा १२. गोधनी (रेल्वे) १३. बेसा-पिपळा १४. निलडोह |
| अपर तहसिल-२ | १. बेला २. देवलापार |
| नगर परिषदा (९+६) | १. खापा, २. मोहपा, ३. कळमेश्वर-ब्राम्हणी ४. मोवाड ता.नरखेड ५. वानाडोंगरी ६. डिगडोह(देवी) ता.हिंगणा ७. कन्हान-पिपरी ता. पारशिवणी ८. बुटीबोरी, ९.वाडी (ब-वर्ग) & ईतर ६(सावनेर, नरखेड, उमरेड, रामटेक, काटोल, कामठी) |
- खापरखेडा,
- निलडोह-डिगडोह(देवी)
या नविन म्युनिसीपालीटी.
पर्जन्यमान
[संपादन]जिल्ह्यातील सरासरी पर्जन्यमान १,२०५ मिमी इतके आहे. जिल्ह्यातील मुख्य पीके- ऊस, गहू, संत्री, ज्वारी, तूर, मूग, सोयाबीन, सुर्यफूल, कापूस इ.
नद्या व नकाशा
[संपादन]नागपूर जिल्ह्याच्या पश्चिम सीमेवर वर्धा आणि पूर्व सीमेवर वैनगंगा नदी आहे.
कन्हान ही नागपूर जिल्ह्यातील प्रमुख नदी असून ती जिल्ह्याच्या मध्य भागातून वाहते. ती उत्तरेकडून वाहत येउन पूर्वेकडे जाते आणि जिल्ह्याच्या सीमेवर वैनगंगा नदीला भेटते. तिला लागूनच मौदा हे अतिशय महत्त्वाचा तालुका आहे, तसेच माथणी हे महत्त्वाचे गाव आहे.
सिंचनक्षमता
[संपादन]या जिल्ह्यात लघु सिंचन क्षमता खालील प्रकारे आहेत :[१]
- लघु सिंचन तलाव : १२३
- पाझर तलाव : ५६
- गाव तलाव : ३९
- मालगुजारी तलाव : २१४
- कोल्हापुरी बंधारे : ७२८
- साठवण बंधारे : ८८८

पर्यटनस्थळे
[संपादन]जिल्ह्यातील पर्यटनस्थळे:-
- पेंच व्याघ्र प्रकल्पा अंतर्गत...
- पेंच प्रकल्प आणि राष्ट्रीय उद्यान
- देवलापार येथील गोशाळा
- पेंच येथील कुंवारा भिवसन
- रामटेक परीसरात...
- रामटेक येथील राममंदिर
- महाकवी कालिदास स्मारक
- मनसर येथील रामधाम
- परमात्मा एक सेवक (मानवधर्म) आश्रम
- किल्ले:
- भिवगड किल्ला
- सीताबर्डीचा किल्ला
- शहरातील
- रमण विज्ञान केंद्र
- अंबाझरी तलाव
- जिल्ह्यातील ईतर दर्शनीय ठिकाणे:
- पारशिवनी येथील घोघरा महादेव
- अदासा
- आंभोरा
प्रशासन
[संपादन]- तालुके
| नागपूर(श.) | मौदा | |
| नागपूर(ग्रामीण) | नरखेड | हिंगणा |
| पारशिवनी | सावनेर | काटोल |
| कळमेश्वर | रामटेक | कामठी |
| भिवापूर | उमरेड | कुही |
महसूली उपविभाग
[संपादन]| तालुके तपशील | |
|---|---|
| नागपूर | नागपूर(शहर) |
| उमरेड (३) | १. भिवापूर २. उमरेड ३. कुही |
| काटोल | १. काटोल २. नरखेड |
| सावनेर | १. कळमेश्वर २. सावनेर |
| रामटेक | १. पारशिवणी २. रामटेक |
| मौदा | १.मौदा २. कामठी |
| नागपूर (ग्रामीण) | नागपूर (ग्रामीण) व हिंगणा |
- चिचोली, भानेगांव आणि चनकापूर या ३ ग्रा.पं. एकत्रित नविन नगरपरिषद होईल.
पूरग्रस्त राहणाऱ्या गावांची यादी
[संपादन]ही नागपूर जिल्ह्यातील, पावसाळ्यात नेहमी पूरग्रस्त होणाऱ्या गावांची यादी आहे. [३]:
| तालुका | गावे |
|---|---|
| नागपूर ग्रामीण | कोलार, जुनापाणी, सोनुर्ली, किन्हाळा, माकडी, घोटी, मंगरूळ, व्याहाड. |
| कळमेश्वर | 00 |
| नरखेड | खैरगाव, थुगावदेव, बेलोना, मदना, जलालखेडा, खराशी, जाटलापूर. |
| काटोल | सावळी, कोल्हू. |
| पारशिवनी | डोरली, साहोली, सिंगोरी, वाघोडा, गौना, नेहंगी,नयाकूळ बखारी, जुनी कामठी, गुंडेगाव, पिपरी, खंडाळा, निलज, करंभाड, कोलीतमारा, कुंवारा भिवसेन, नेऊरवाडा, सालई, पाली, माहुली, उमरी. |
| रामटेक | ०० |
| हिंगणा | रायपूर, गुमगाव, कोतेवाडा, सुकळी, देवळी, पेंढरी, हिंगणा, किन्ही, धानोली (रायपूर), खैरी, पन्नासेटाकळी, कान्होलीबारा, खापरी गांधी, सावळी, टाकळघाट, पिपरी, गणेशपूर, शिरुळ, कोतेवाडा गुमगाव, धानोली (टाकळघाट), अडेगाव, गिदमगड, डिगडोह (पांडे). |
| मौदा | मौदा, माथनी, कोटेगाव, सुकळा, झुल्लर, वढणा, माहखेडी, बार्शी, आष्टी, किरणापूर, वाकेश्वर सिरसोली. |
| कामठी | खापा, सोनेगाव, खेडी, आडका, नेरी. |
| उमरेड | सालई खुर्द, पोही, कळमना, सिंगारी, बोरी मझरा, सावंगी (खु), सावंगी (बुद्रुक), आष्टा, पवनी, दहेली, पिपरा, हिवरा. |
| भिवापूर | थुटानबोरी, नांद, चिखलपार, मांडवा, धामणगाव, सालेशहरी, सालेभट्टी, खली, मांगली (जगताप), नक्षी, पांजरेपार. |
| कुही | पितूर, भामेवाडा, चिचघाट, मोहगाव, तापेझरी, लाजोर, अवरमारा, सावंगी, पोहरा, गोठणगाव, राजोरी, गोंडपिंपरी, धामणी, पवनी, उमरी, नवेगाव चिचघाट, हरदोली, कोच्छी, पिपरी, माळोदा, जीवनपूर, खराडा, सर्सी, तुडका. |
| सावनेर | २ |
हे सुद्धा पहा
[संपादन]संदर्भ
[संपादन]- ^ लोकमत प्रतिनिधी,. " बातमी मथळा:२५० तलावांची दुरुस्ती रखडली". ०४/०१/२०१४ रोजी पाहिले.
'सिंचन घटले' या अंतर्गत असलेली माहिती
Unknown parameter|आर्काइव्हदिनांक=ignored (सहाय्य); Unknown parameter|आर्काइव्हदुवा=ignored (सहाय्य);|अॅक्सेसदिनांक=मधील दिनांक मूल्ये तपासा (सहाय्य)CS1 maint: extra punctuation (link) - ^ नागपूर एन.आय.सी
- ^ तरुण भारत, नागपूर - ई-पेपर- दि. ७ जून २०१७, आपलं नागपूर पुरवणी, पान क्र. २० "आपत्ती व्यवस्थापन विभाग बेवारस" Check
|दुवा=value (सहाय्य). - ^ "मौदा आश्रमाला पर्यटनस्थळाचा दर्जा मिळणार". लोकमत. 2021-01-22. 2021-01-23 रोजी पाहिले.
